Jharkhand News: जमशेदपुर में निजी संस्था ने दी सौगात, 100 छात्राओं को मिली साइकिल
Jharkhand News: संस्था के एक सदस्य ने बताया कि उनका मकसद छात्राओं के विकास को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पढ़ाई में कोई रुकावट न आए. पहले हमने 50 छात्राओं को साइकिल दी थी, लेकिन अब यह संख्या बढ़ाकर 100 कर दी गई है.
जमशेदपुर: जमशेदपुर के साकची स्थित सीएम एक्सीलेंस सरकारी स्कूल में एक निजी संस्था द्वारा 100 छात्राओं को साइकिल वितरित की गई. इस पहल से स्कूल की छात्राओं और प्रिंसिपल के चेहरे खुशी से खिल उठे. छात्राओं ने बताया कि साइकिल मिलने से अब उन्हें स्कूल आने-जाने में होने वाली परेशानियों से राहत मिलेगी.
जानकारी के अनुसार पहले छात्राओं को स्कूल पहुंचने में समय और कठिनाई का सामना करना पड़ता था. कुछ छात्राओं ने साझा किया कि वे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाती थीं, जिससे कई बार कक्षाएं छूट जाती थीं. साइकिल मिलने के बाद अब न केवल उनका सफर आसान होगा, बल्कि समय की बचत भी होगी. एक छात्रा ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि अब हमें समय पर स्कूल आने और घर लौटने की चिंता नहीं रहेगी. पढ़ाई के लिए यह बहुत मददगार होगा.
साथ ही स्कूल की प्रिंसिपल ने भी इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा कि पहले छात्राओं को स्कूल आने-जाने में दिक्कतें होती थीं, लेकिन अब यह समस्या हल हो जाएगी. उन्होंने संस्था के योगदान की तारीफ करते हुए बताया कि यह संस्था पहले भी स्कूल के विकास के लिए कई अहम कदम उठा चुकी है. उन्होंने कहा कि सुविधाओं में सुधार लाने के साथ-साथ अब साइकिल वितरण करके छात्राओं को बड़ी राहत दी गई है.
संस्था के सदस्य ने बताया कि उनका उद्देश्य छात्राओं के समग्र विकास को बढ़ावा देना है. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पढ़ाई में किसी भी प्रकार की बाधा न आए. इससे पहले हमने 50 छात्राओं को साइकिल दी थी और अब इसे बढ़ाकर 100 कर दिया है. हमारा प्रयास है कि छात्राओं को स्कूल आने-जाने में सुविधा हो और उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके.
संस्था ने यह भी वादा किया कि भविष्य में इस तरह की पहल जारी रहेगी. उन्होंने स्कूल के विकास और छात्राओं की जरूरतों को पूरा करने के लिए निरंतर काम करने का भरोसा दिलाया. यह कदम निश्चित रूप से छात्राओं की शिक्षा को प्रोत्साहित करेगा और उनके लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा. इस आयोजन ने स्कूल में उत्साह का माहौल पैदा कर दिया और छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों ने भी इस प्रयास की सराहना की. यह पहल शिक्षा और सुविधा को साथ लाने की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है.
इनपुट- रणजीत कुमार ओझा
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