Jamui News: बिहार के जमुई जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है. यहां तीन बच्चों के एक पिता ने तीन महीने तक प्रेम संबंध में रहने के बाद अपनी प्रेमिका से मंदिर में शादी रचा ली. महिला तलाकशुदा है और युवक की पत्नी का 4 महीने पहले ही निधन हुआ था. खास बात ये है कि युवक को अपनी पत्नी के श्राद्धकर्म में अपनी नई प्रेमिका मिली थी. पत्नी के श्राद्धकर्म में आई महिला का उसे फोन नंबर मिला फिर फोन पर बातचीत शुरू हुई. कॉल पर ही दोनों एक-दूजे को दिल दे बैठे और महज 4 महीने बाद ही दोनों ने एक मंदिर में शादी रचा ली. शादी जमुई में अनुमंडल कार्यालय स्थित भोलेनाथ मंदिर में हुई. 


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दरअसल, नवादा के कौआकोल के रहने वाले 40 वर्षीय भीम पासवान चेन्नई में एक धागा फैक्ट्री में काम करता है. भीम की पत्नी का चार महीने पहले देहांत हो गया था. वहीं अपनी पत्नी का श्राद्ध कर्म करने अपने गांव पहुंचा था. इसी दौरान रिश्तेदार ने अलीगंज प्रखंड के पुरसुंडा की रहने वाली महिला सरिता देवी का मोबाइल नंबर दिया और बताया कि महिला तलाकशुदा है अगर दूसरी शादी करनी है तो देख लो.भीम पासवान ने उस मोबाइल नंबर पर महिला को फोन लगाया. सरिता देवी से लगातार फोन पर बातचीत होने लगी. बातचीत के क्रम में दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. दोनों एक दूसरे से लगातार तीन महीने तक फोन पर बातचीत करते रहे. जिससे बातों बातों में प्रेम हो गया. इसकी जानकारी दोनों ने अपने घरवालों को दिया और एक दूसरे के साथ शादी करने की बात बता दी.


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दोनों के घर वालों ने भी दोनों के प्रेम प्रसंग को देखते हुए शादी करने की सहमति दे दी. इसके बाद यह तय हुआ कि पहले मंदिर में शादी कराई जाएगी, इसके बाद दोनों की कोर्ट मैरिज कराया जाएगा. अनुमंडल कार्यालय के परिसर स्थित मंदिर में शादी करने पहुंचे जोड़ा को देखकर आसपास के लोगों की भीड़ मंदिर परिसर में जमा हो गई. सरिता ने अपनी पहली शादी को लेकर बताया कि 2018 में हमारी शादी धनबाद में हुई थी, लड़का मजदूरी करता था, लेकिन रोज शराब पीकर हमारे साथ मारपीट करता था, तंग आकर मैं अपने पति को छोड़कर मायके में रहने आ गई थी. फिर हमने अपने पहले पति से तलाक ले लिया. 


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इधर दोनों की शादी दोनों के परिजन खुश है, अनुमंडल कार्यालय स्थित मंदिर परिसर में मौजूद स्थानीय लोग भी इस शादी की सराहना कर रहे हैं. वही दूल्हा भीम पासवान ने बताया कि हमारी पत्नी की मौत हो जाने के बाद मैं बिल्कुल अकेला था और चेन्नई में रहकर धागा फैक्ट्री में काम करता था और पत्नी के श्राद्ध कर्म ही किसी ने मुझे सरिता का नंबर दिया था जिससे मेरी लगातार बातचीत हो रही थी और बातचीत के दौरान बात इतनी आगे बढ़ गई थी दोनों में प्रेम हो गया और फिर क्या था दोनों ने मिलकर शादी रचाने की ठान ली और अनुमंडल कार्यालय के मंदिर में शादी रचाई और कोर्ट मैरिज की कर लिया.


रिपोर्ट- अभिषेक