जमुई जिले के लछुआड़ थाना क्षेत्र के नवकाडीह गांव की विवाहिता का प्रस्ताव के लिए सिकंदरा पीएचसी केंद्र में भर्ती कराया गया था. जहां से सुरक्षित डिलीवरी होने के बाद प्रसूता को खून की कमी की शिकायत के बाद सिकंदरा पीएससी केंद्र से जमुई सदर अस्पताल रेफर किया गया. जहां परिजनों के द्वारा सदस्य पता लाया गया. जहां सदर अस्पताल परिसर में घूम रहे बिचौलियों के द्वारा मरीज के परिजन को बहला फुसला कर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां देर रात ब्लड चढ़ाने के दौरान प्रसूता की तबीयत बिगड़ गई और तबीयत बिगड़ता देख वरदान अस्पताल के सभी चिकित्सक और कर्मी फरार हो गए.


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तड़प तड़प हुई मौत
वह इलाज क्या भाव में प्रसूता की तड़प तड़प कर मौत हो गई. कोई मृतक प्रसूता की पहचान शेखपुरा जिला निवासी साजन यादव की पत्नी सोनी देवी के रूप में है. मृतिका अपने मायके लछुआड़ थाना क्षेत्र के नावाडीह गांव से ही प्रसव के लिए सिकंदरा आई थी. वही मृतिका के चाचा ने लालू यादव ने बताया कि हमारी भतीजी की डिलीवरी सिकंदरा पीएससी केंद्र में बिल्कुल नॉर्मल से हो गया थी. खून की कमी डॉक्टर के द्वारा बताया गया कि जमुई सदर अस्पताल में रेफर कर दिया है. रेफर करने के बाद हम लोग सदर अस्पताल पहुंचे,


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डुप्लीकेट चढ़ाया ब्लड
मृतिका के चाचा लालू यादव का कहना है कि कुछ बिचौलियों के द्वारा मुझे निजी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां ब्लड और जांच सहित इलाज के नाम पर हजारों रुपया वसूल कर लिया. डुप्लीकेट ब्लड चढ़ा गया जिससे कि हमारी भतीजी की मौत हो गई. मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं देर रात पहुंची डायलॉग चौबारे की पुलिस ने मामले को समझा बुझाकर शांत कराया लेकिन ग्रामीण तब भी अस्पताल में ही डटे रहे. सुबह तक पोस्टमार्टम नहीं हो पाया है. ग्रामीण लगातार चिकित्सक और अस्पताल कर्मी पर शराब के नशे में होकर इलाज करने का आरोप लगा रहे हैं और कार्रवाई की मांग पर डटे हुए हैं.