पटना : जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) अध्यक्ष लालू यादव के परिवार पर जमकर जुबानी हमला किया. उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जब्त निर्माणाधीन मॉल की जमीन अगर-अगर गरीबों में बांट दिए होते तो कई परिवारों का कल्याण हो जाता.


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जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि निर्माणाधीन मॉल की जमीन अगर पांच-पांच डिसमिल प्रति व्यक्ति के हिसाब से भी गरीबों, दलितों के बीच बांटी होती तो न केवल 85 गरीब परिवारों का कल्याण हो जाता, बल्कि उस कॉलोनी का नाम भी 'तेजमीसा-लारा भ्रष्टाचार कॉलोनी' रख देते. इससे आने वाली पीढ़ी को एक शिक्षा मिलती कि सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार पतन का कारण है. साथ ही इस नाम से परिवार के सदस्यों का नाम भी अमर हो जाता.


गौतरलब है कि ईडी ने मंगलवार को कोर्ट के आदेश पर लालू परिवार के निर्माणाधीन मॉल को सील कर दिया है. आरोप है कि यह जमीन रेलवे के दो होटलों को लीज देने के बदले लालू परिवार को मिली थी. करीब 750 करोड़ की लागत से 115 कट्ठा जमीन में बन रहा यह मॉल बिहार का सबसे बडा मॉल बताया जा रहा था. 


नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव को मेरी सलाह है कि अब भी समय है कि परिवार की वो सभी बेनामी संपत्ति जो दिल्ली, पटना सहित देश के कई जगहों पर है उन्हें गरीबों में बांट दीजिए. साथ ही उन्होंने कहा कि वहां 'तेजमीसा-लारा भ्रष्टाचार कॉलोनी' बनवा दीजिए.


जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि इन संपत्तियों का जब्त होना तय है. ऐसे समय में कोई बचाने नहीं आएगा, क्योंकि जब यह संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की जा रही होगी, तो इस संपत्ति को देने वालों का दर्द भी आप या आपके परिवार के लोग नहीं देखे होंगे. उन्होंने इसके लिए एक दोहा ('सुख में तू भूल गया, देखा न पीर पराई। नाव डूबे मझदार में, तब कौन तोहे पार लगाई।।) भी कहा.


जेडीयू नेता ने तेजप्रताप के आरोप के बहाने तेजस्वी को सलाह देते हुए कहा, 'एक और सलाह है कि अब वरिष्ठ नेता रामचंद्र पूर्वे की तरह किसी का अपमान केवल इसलिए मत करवाइएगा कि उसने एमएलसी, एमएलए, सांसद या नौकरी दिलवाने के लिए आपके परिवार को संपत्ति नहीं दी. वरना, जीवन में ऐसे ही संपत्तियां सील हो जाएंगी.'