पटना: बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में दशहरा के मौके पर आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता के नहीं पहुंचने का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि अब भरत मिलाप कार्यक्रम में जनता दल युनाइटेड (JDU) के किसी भी नेता के शिरकत नहीं करने की खबर ने सियासी सरगर्मी और तेज कर दी है.


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भारत मिलाप का कार्यक्रम भी जेडीयू और बीजेपी नेताओं का मिलाप नहीं करा सका. रामलीला कार्यक्रम आयोजन के समापन कार्यक्रम में जेडीयू के नेता नदारद रहे. यही नहीं, मामला इतना आगे बढ़ा कि श्री दशहरा कमिटी ट्रस्ट के अध्यक्ष और जेडीयू नेता कमल नोपनी भी कार्यक्रम से दूरी बनाए रखे.



भरत मिलाप कार्यक्रम में जेडीयू महासचिव और उद्योग मंत्री श्याम रजक को न्योता मिला था. इस कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने किया था. श्री दशहरा कमेटी ट्रस्ट द्वारा पटना के बिहार चैम्बर ऑफ कॉमर्स में रामलीला समापन महोत्सव का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम से जेडीयू की दूरी बनाए जाने पर अश्विनी चौबे ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.


वहीं, इस मामले पर जेडीयू नेता श्याम रजक ने कहा कि समय के हिसाब से आना-जाना होता है. नेताओं को काफी न्योता मिलता है. हर जगह जाना संभव नहीं होता है. शादी समारोह से लेकर श्राद्ध का भी निमंत्रण मिलता है. देखना दिलचस्प होगा बीजेपी-जेडीयू के बीच जारी इस लड़ाई का कहां अंत होता है.