Patna: बिहार की राजनीति में एक बार फिर से लव-कुश की जोड़ी तैयार हो गई है. जी हां करीब 9 साल बाद उपेंद्र कुशवाहा की घर वापसी हुई है और इसी के साथ RLSP का JDU में विलय कर दिया गया. खुद नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा का स्वागत किया और साथ ही कुशवाहा को संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाने का ऐलान भी कर दिया. वहीं, कुशवाहा ने ऐलान किया कि वो नीतीश के दिशा-निर्देश पर काम करेंगे और पार्टी को फिर से नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे. 


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उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, 'अपने जीवन मे बहुत राजनीतिक उठाव चढ़ाव देखा है. आगे अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजनीति देखना है. अब आगे बहुत कुछ नीतीश कुमार के नेतृत्व में करना है. नीतीश कुमार सरकार चला रहे है लेकिन पार्टी को मजबूती देना है और JDU को फिर से नम्बर वन पार्टी बनाना है.'


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'JDU में ही खेलकर बड़ा हुआ'
इसके साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'लोग सोच रहे हैं कि यह मेरे लिए खास है लेकिन उपेंद्र कुशवाहा के लिए खास नहीं है. JDU मेरे लिए नया नहीं है क्योंकि मैं Jdu में ही खेल और पल कर बड़ा हुआ हूं. मैने देखा व्यक्तिगत राजनीति, बिहार का राजनीति और केंद्र की राजनीति को बहुत ही करीब से देखा है. इस बार का चुनाव में जनता का साफ आदेश था की उपेन्द्र कुशवाहा नीतीश कुमार के साथ आए.'


क्यों नीतीश से दूर हुए थे उपेंद्र कुशवाहा
दरअसल, JDU से राज्यसभा सांसद बनने के बाद 2012 में उपेंद्र कुशवाहा ने एक बार फिर पार्टी से अलग लाइन ले लिया था.  FDI बिल पर अलग वोट किया जिससे नीतीश कुमार नाराज हो गए थे. पार्टी में रहते हुए ही कुशवाहा ने नीतीश कुमार को तानाशाह तक कह डाला. फिर राजगीर में JDU के कार्यकर्ता सम्मेलन की भरी सभा में उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के सामने इस्तीफा देने का प्रस्ताव रख दिया. इसके बाद में पार्टी और राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा भी दे दिया था.


कुशवाहा की पत्नी को JDU बनाएगी MLC!
2013 में उपेंद्र कुशवाहा ने अरुण कुमार के साथ मिलकर RLSP नाम की एक नई पार्टी बनाई और अब 9 साल बाद घर वापसी हुई है. इस मौके पर नीतीश कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा को संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बना दिया है. सूत्रों के अनुसार, उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेह लता को विधान परिषद का सदस्य भी बनाया जाएगा. JDU उन्हें राज्यपाल कोटे से MLC बनाएगी. माना जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा की वापसी से जेडीयू कि निगाह 9 फीसदी वोट बैंक पर है, जिसपर JDU की नजर है.


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'नीतीश ने कुशवाहा को बताया पुरानी साथी'
इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा, 'मेरे पुराने साथी उपेंद्र कुशवाहा साथ आए हैं और मैं उनका और उनके साथ आए हुए लोगों का स्वागत करता हूं.' मुख्यमंत्री ने कहा कि आज खुशी की बात है कि उपेंद्र कुशवाहा वापस आए हैं. इस चुनाव के बाद चर्चा होती रही. उपेन्द्र कुशवाहा नेता है और उनके साथ काफी लोग हैं.' सीएम ने कहा, 'कुछ लोग कहते थे कि उपेन्द्र कुशवाहा अकेले है लेकिन आज कितने लोग हैं. कुछ लोगो को अनाब-शनाब बोलने की आदत होती है. जॉर्ज साहब के साथ हम दोनों मिल कर काम करते रहे. हम लोग राजनीति करते है लेकिन राजनीति का मतलब समाज के साथ लेकर चलना चाहिए'. नीतीश कुमार ने कहा की उपेंद्र कुशवाहा ने कहा मेरी कोई ख्वाइश नहीं है लेकिन हम लोग सोचेंगे. आज से JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा रहेंगे.'


दरअसल, पिछले चुनाव में JDU को काफी नुकसान हुआ है और नीतीश कुमार उस नुकसान की भरपाई करने में जुटे हैं. कुशवाहा को साथ लाना, उस भरपाई का ही हिस्सा है. अब इसका फायदा कितना होता है ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा.