Jehanabad News : चुनावी रंजिश में पैक्स उम्मीदवार पर हमला, विवेकानंद अस्पताल में भर्ती, पुलिस अलर्ट
Jehanabad PACS Candidate Attacked: घटना की जानकारी मिलते ही डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची और पकड़े गए हमलावर को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार अपराधियों की तलाश जारी है.
जहानाबाद: पैक्स चुनाव के नजदीक आते ही ग्रामीण इलाकों में तनाव और हिंसा की घटनाएं बढ़ रही हैं. ताजा मामला बिहार के जहानाबाद जिले से सामने आया है, जहां पाली थाना क्षेत्र के टिमलपुर गांव के पास चार-पांच नकाबपोश बदमाशों ने एक पैक्स उम्मीदवार विवेकानंद पर जानलेवा हमला किया.
जानकारी के लिए बता दें कि घटना तब हुई जब विवेकानंद अपनी बाइक से मतदाताओं से मिलकर घर लौट रहे थे. अचानक घात लगाए बदमाशों ने उनकी बाइक को ठोकर मारी, जिससे वे सड़क पर गिर गए. इसके बाद हमलावरों ने उनकी पिटाई शुरू कर दी. शोर-शराबा सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों ने अपराधियों को खदेड़ने की कोशिश की, जिसमें से एक हमलावर को पकड़ लिया गया. ग्रामीणों ने उसे पकड़कर पीटा और बाद में पुलिस को सौंप दिया. हालांकि, बाकी हमलावर भागने में कामयाब हो गए.
घायल विवेकानंद को तुरंत सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है. विवेकानंद की पत्नी ने इस हमले के पीछे उनके चुनावी प्रतिद्वंद्वियों का हाथ होने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उनके पति सैदाबाद पंचायत से पैक्स अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं और यह हमला उन्हें डराने और चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए किया गया.
घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची और पकड़े गए हमलावर को हिरासत में लिया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार अपराधियों की तलाश जारी है. इस घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है. ग्रामीणों ने चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की मांग की है. उनका कहना है कि ऐसी घटनाएं न केवल उम्मीदवारों की सुरक्षा को खतरे में डालती हैं, बल्कि पूरे चुनावी माहौल को भी बिगाड़ती हैं.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में राजनीतिक रंजिश की संभावना सामने आई है. पकड़े गए अपराधी से पूछताछ की जा रही है और जल्द ही अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी. यह घटना चुनावी हिंसा की बढ़ती प्रवृत्ति की ओर इशारा करती है. प्रशासन को ऐसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके और लोकतंत्र की गरिमा बनी रहे.
इनपुट- मुकेश कुमार
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