Ranchi: झारखंड समेत देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) की रफ्तार फिर से एक बार तेज हो चुकी है. नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद झारखंड सरकार ने भी तैयारी शुरू कर दी है. नेशनल हेल्थ मिशन (National Health Mission) की ओर से रिम्स (RIMS) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग (Microbiology Department) को 15 दिनों में सीक्वेंसर मशीन (Sequencer machine) उपलब्ध कराई जाएगी. 


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इससे राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में कोरोना की नए स्ट्रेन (New strain) की जांच संभव होगी. यह बिहार-झारखंड की पहली मशीन होगी. वहीं, वर्तमान में रिम्स में RT-PCR मशीन से संदिग्धों की जांच की जाती है और पॉजिटिव-नेगेटिव रिपोर्ट भी जारी किया जाता है. साथ हीं, सीक्वेंसर मशीन (Sequencer machine) आने के बाद कोरोना के अलावा डेंगू (Dengue) व चिकनगुनिया  (Chikungunya) वायरस की भी आसानी से जांच की जा सकेगी.  साथ ही, इन बीमारियों से बचाव और इलाज के तरीके का भी पता चल सकेगा.


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जानकारी के अनुसार, वर्तमान में झारखंड में पुराने स्ट्रेन के आधार पर ही दवाएं दी जाती है और टीका भी उसी के आधार पर दिया जाता है. नए मशीन से जांच करने से  यह भी पता चल सकेंगा कि झारखंड में कोरोना के नए स्ट्रेन (New strain) ने दस्तक दी है या नहीं.