रांचीः लोकसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले झारखंड में जेवीएम के 6 विधायकों को बीजेपी में शामिल होने को विधानसभा अध्यक्ष द्वारा वैध करार दिया है. जिसके बाद से झारखंड बीजेपी के हौसले बुलंद हैं. वहीं, जेवीएम ने आरोप लगाया है कि यहां लोकतंत्र का मजाक उड़ाया जा रहा है.


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पार्टी के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष का फैसला आने के बाद से ही जेवीएम बीजेपी पर हमलावर है और झारखंड में एनडीए का सुपरा साफ होने का दावा कर रही है.


झारखण्ड की राजनीति में इन दिनों जेवीएम और बीजेपी आमने सामने है. जेवीएम के 6 विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के मामले पर 4 साल बाद विधानसभा अध्यक्ष ने वैद्यता की मुहर लगाई तो बीजेपी विरोधियों पर हमलावर हो गयी है. बीजेपी मानती है कि इस फैसले से पार्टी को मजबूती मिलेगी तो चुनाव में फायदा भी होगा. साथ में संथाल से ही आने वाले कृषि मंत्री रणधीर सिंह हेमंत सोरेन के संथाल यात्रा पर निशाना साधते हुए नाकारात्मक राजनीति का आरोप मढ़ रहे हैं.


वहीं, विधानसभा अध्यक्ष का फैसला जेवीएम को गले से उतर नहीं रहा जेवीएम नेता लोकतंत्र का मजाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए आने वाले समय में बीजेपी का झारखंड से सूपड़ा साफ होने का दावा कर रहे. साथ ही जेवीएम संथाल सहित लोकसभा की सभी सीट जीतने के बीजेपी के दावे को मुंगेरी लाल के हसीन सपने बता रहे हैं. 


झारखण्ड में चुनावी माहौल दिखने लगा है, चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले सभी दल अपने विरोधियों पर हमलावर हो रहे हैं. तो सभी दल अपने विरोधियों को जनता की अदालत में घसीटने का दावा कर रहे हैं.