रांची, 26 जुलाई झारखंड के नए प्रभारी डीजीपी अनुराग गुप्ता ने शुक्रवार को पदभार ग्रहण कर लिया. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की बेहतरी के साथ-साथ नारकोटिक्स, साइबर क्राइम, वायलेंट क्राइम और महिलाओं के खिलाफ होने वाले क्राइम को कंट्रोल करने की होगी. राज्य में फिलहाल इन चार तरह की क्राइम की चुनौतियां सबसे ज्यादा हैं और हमारा प्रयास होगा कि इन्हें रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएं.


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उन्होंने कहा कि पुलिसिंग सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए वह राज्य के सभी थानों के अफसरों को निर्देश देंगे कि शिकायत लेकर आने वाले हर व्यक्ति की बात सुनी जाए और मामले आसानी के साथ दर्ज किए जाएं. खासतौर पर कमजोर वर्ग, वृद्धों और महिलाओं से जुड़े मामलों को संवेदनशीलता के साथ हैंडल किया जाए, यह सुनिश्चित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की क्राइम की सूचना मिलने पर पुलिस का रिस्पांस क्विक हो, यह देखा जाएगा. पुलिस बल की ट्रेनिंग और न्यायसंगत डिप्लॉयमेंट पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है.


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बता दें कि राज्य सरकार ने फरवरी 2023 से डीजीपी के रूप में पोस्टेड रहे 1989 बैच के आईपीएस अजय कुमार सिंह का तबादला झारखंड पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड का अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक पद पर कर दिया है और उनकी जगह 1990 बैच के आईपीएस और सीआईडी एवं एसीबी के डीजी के रूप में पोस्टेड अनुराग गुप्ता को डीजीपी का प्रभार सौंपा गया है.


माना जा रहा है कि हाल के दिनों में राज्य में अपराध की कई बड़ी घटनाएं सामने आने और लॉ एंड ऑर्डर पर उठ रहे सवाल के मद्देनजर राज्य सरकार पुलिस में शीर्ष स्तर पर बदलाव का यह फैसला किया है.


इनपुट-आईएएनएस


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