रांची/कोलकाता/नई दिल्ली : झारखंड में रांची के निर्मल ह्रदय और शिशु निकेतन का संचालन मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनरी ऑफ चैरिटी में बच्चों के बेचे जाने का खुलासा हुआ है. कहा जा रहा है कि संस्था की कर्मचारी और सिस्टर चला रही थीं. चाइल्ड वेलवेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) ने मिशनरीज ऑफ चैरिटी की कर्मचारी अनिमा इंदिवार और दो सिस्टर्स कोनसीलिया और मेरिडियन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इनकी गिरफ्तारी हो गई है. अनिमा और सिस्टर्स ने अपना जुर्म भी स्वीकार किया है.


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अनिमा और दोनों सिस्टर्स ने ये स्वीकार किया है कि उन्होंने यहां से करीब आधा दर्जन बच्चों को बेचा है. सीडब्ल्यूसी ने निर्मल ह्रदय में रह रहीं लड़कियों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया है.


ऐसे हुआ इस मामले में भंडाफोड़...
सीडब्ल्यूसी के अनुसार, इस संस्था के चैरिटी होम में एक अविवाहित गर्भवती लड़की रह रही थी. रांची के सदर अस्पताल में उसने 1 मई को एक लड़के को जन्म दिया. संस्था की अनिमा इंदवार ने ये बच्चा यूपी के एक दंपत्ति को बेच दिया. उनसे 1.20 लाख रुपए ले लिए. 30 जून को सीडब्ल्यूसी ने अचानक संस्था का निरीक्षण किया. इस पर अनिमा ने बच्चे को दंपत्ती से वापस ले लिया. बाद में उसने बच्चे को वापस नहीं किया. उस दंपत्ती ने इस बात की शिकायत सीडब्ल्यूसी से कर दी. सीडब्ल्यूसी ने अनिमा से बारे में पूछताछ की तो पूरा मामला सामने आ गया.


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निर्मल ह्रदय और शिशु निकेतन से बच्चों को अन्य आश्रय स्थल पर भेजा गया
झारखंड में रांची के निर्मल हृदय में एक शिशु को बेचने के आरोप में एक नन को पकड़े जाने के एक दिन बाद बाल कल्याण समिति की जिला इकाई ने शिशु निकेतन के 22 बच्चों को नजदीक के अन्य आश्रय स्थल भेज दिया.
निर्मल ह्रदय और शिशु निकेतन का संचालन मदर टेरेसा द्वारा स्थापित मिशनेरी ऑफ चैरिटी के हाथ में है. बाल कल्याण समिति की रांची इकाई की प्रमुख रूपा वर्मा ने दो दिन पहले निर्मल ह्रदय की स्टाफर अनीमा इंदवार के खिलाफ यूपी के एक दंपति को एक बच्चा बेचने के आरोप में शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद यह कदम उठाया गया है.



वर्मा ने कहा कि निर्मल ह्रदय का एक हिस्सा सील कर दिया गया है, जो अविवाहित मांओ को आश्रय मुहैया कराता है. उन्होंने कहा, ‘हमने 13 बच्चियों और 22 बच्चों को (क्रमश:) निर्मल ह्रदय और शिशु निकेतन से नए घर में भेजा है.’
जांच के बारे में जानकारी देते हुए कोतवाली थाने के प्रभारी अधिकारी एसएन मंडल ने कहा कि कोई नई गिरफ्तार नहीं की गई.


उन्होंने कहा, ‘हमने निर्मल ह्रदय की अनीमा इंदवार और उसकी बहन कोनसलिया को अब तक गिरफ्तार किया है.’ इस बीच कोलकाता में मिशनरी ऑफ चैरिटी के मुख्यालय ने बयान जारी करके कहा कि वह सच का पता लगाने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है. मिशनरी ऑफ चैरिटी (एमआईसी) की प्रवक्ता सुनीता कुमार ने कहा, ‘हम ऐसी खबरों से हैरान हैं, जो एमआईसी, नन और इसके संस्थापक द्वारा अपनाए गए मूल्य और नैतिकता के पूरी तरह से खिलाफ हैं. एमआईसी झारखंड में कर्मचारियों के खिलाफ आरोपों को पूरी गंभीरता से ले रहा है.’


कुमार ने बयान में बताया कि एमआईसी ने तीन साल पहले ही बच्चों को गोद देना बंद कर दिया था. उन्होंने कहा कि एमआईसी में नन और हर कोई खबर सुनकर हैरान है और यकीन नहीं कर पा रहा है कि यह वास्तव में हुआ है. एमआईसी ने तीन साल पहले बच्चों को गोद देना बंद कर दिया था और गोद लेने के लिए माता-पिता से कभी भी धन नहीं मांगा है.