CBI छापेमारी पर बोले बंधु तिर्की, एजेंसी जांच करती है क्लोजर रिपोर्ट देती है और फिर छापा मारती है
रांचीः कांग्रेस के पूर्व विधायक के आवास पर की गई CBI छापेमारी की कार्रवाई के मामले ने अब तुल पकड़ लिया है. एक तरफ इस मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सहित अन्य गठबंधन दल इस मामले को बदले की कार्रवाई से जोड़कर देख रहे हैं.
रांचीः कांग्रेस के पूर्व विधायक के आवास पर की गई CBI छापेमारी की कार्रवाई के मामले ने अब तुल पकड़ लिया है. एक तरफ इस मामले को लेकर सियासत तेज हो गई है तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सहित अन्य गठबंधन दल इस मामले को बदले की कार्रवाई से जोड़कर देख रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से तो यह तक कहा गया की एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है और इसके जरिए लोगों को डराने की कोशिश की जा रही है.
बता दें कि कांग्रेस के पूर्व विधायक बंधु तिर्की के खिलाफ सीबीआई की छापेमारी आय से अधिक संपत्ति और खेल घोटाले के मामले में की गई है. इसके बाद से ही सियासत तेज है. कोलेबिरा में होनेवाले चुनाव से ठीक पहले सीबीआई की तरफ से की गई इस कार्रवाई को कांग्रेसी नेता किसी और नजरिए से देख रहे हैं. इस मामले पर बंधु तिर्की ने छापेमारी के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सीबीआई की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं.
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बंधु तिर्की ने सीबीआई को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि कल की छापेमारी में सीबीआई के हाथ अगर दाने के बराबर भी कुछ मिला हो तो वह सार्वजनिक करें. तिर्की ने आगे कहा कि सीबीआई के द्वारा 9 घंटे तक केवल माहौल बनाया गया. उन्होंने आगे कहा कि यहां उपचुनाव की घोषणा के 24 घंटे के अंदर बंधु तिर्की के यहां छापा पड़ता है.
बंधु तिर्की ने आगे कहा कि जिस घोटाले को लेकर यह छापेमारी की गई उस 34 वें राष्ट्रीय खेलकूद के मामले को लेकर सीबीआई जांच कर रही है. तिर्की ने आगे कहा कि मामले में फर्जी लोगों ने पीआईएल किया था लेकिन एक भी आवेदन को सीबीआई प्रमाणित नहीं कर पाया था. बंधु तिर्की ने आगे कहा कि क्लोजर रिपोर्ट सीबीआई ने पहले जमा कर दिया था.
तिर्की ने आगे कहा कि कोलेबिरा चुनाव जब हो रहा था उस वक्त इस मामले को सुलगा दिया गया. बंधु तिर्की ने आगे कहा कि आय से अधिक संपत्ति मामले पर मेरी विधायकी गई. सीबीआई पर तंज कसते हुए तिर्की ने कहा कि वही एजेंसी जांच करती है क्लोजर रिपोर्ट देती है और फिर छापा मारती है. ऐसे में मेरी छवि को बदनाम करने की कोशिश हो रही हो. राज्यसभा चुनाव के मद्देनजर बहुत लोगों को संकेत दिया जा रहा है. ऐसे में देखना होगा कि आगे और लोगों पर जांच होती है कि नहीं.