Ranchi: रांची में हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने शहर को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में ले लिया है. फिलहाल, शहर में स्थिति पूरी तरह से काबू में है. शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और ड्रोन कैमरे के जरिए चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है.


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हेमंत सोरेन के इस्तीफे की उठी मांग
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को कहा कि कमजोर नेतृत्व के कारण ही रांची में हिंसा हुई, जिसमें दो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. भाजपा ने राज्य के हित में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के इस्तीफे की मांग की. यहां एक बयान में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास ने आरोप लगाया कि पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणियों के खिलाफ हुए प्रदर्शन के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आगाह करने के बावजूद झारखंड सरकार पूरी तरह तैयार नहीं थी. 


पैगंबर मोहम्मद पर दिया था बयान
गौरतलब है कि निलंबित भाजपा नेता नुपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में कथित विवादित टिप्पणियां की थीं. राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दास ने दावा किया कि राज्य सरकार की तैयारी के अभाव का फायदा उठाकर बदमाशों ने शुक्रवार को रांची में घंटों तक बहुसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों पर हंगामा किया और हमला किया. उन्होंने कहा कि पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने में विफल रही . उन्होंने कहा कि शुक्रवार की हिंसा के पीछे प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता है. दास ने इस संबंध में जांच की मांग की. फरवरी 2019 में राज्य में पीएफआई पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. सोरेन को "अक्षम और निष्क्रिय" बताते हुए दास ने उनके इस्तीफे की मांग की.


(इनपुट-भाषा)


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