Ranchi: झारखंड के छात्रों के लिए बड़ी खबर हैं. दरअसल, झारखंड ग्राम पंचायतों में एक माह के भीतर बंपर वैकेंसी की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा. पंचायती राज सचिव राहुल शर्मा और निदेशक राजेश्वरी बी ने इसके को लेकर विभागीय अधिकारियों को देते हुए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. 


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जानकारी के अनुसार कंप्यूटर ऑपरेटर समेत 1500 पदों पर बहाली की प्रक्रिया पूरी की जानी है. बैठक में विभागीय सचिव राहुल शर्मा ने त्रिस्तरीय पंचायतों में दो अक्टूबर से 21 जनवरी तक चलने वाले पीपल्स प्लान कैंपेन को लेकर भी निर्देश दिए हैं. 


विभागीय सचिव मे कहा कि 15वें वित्त आयोग की राशि को हर हाल में समयबद्ध खर्च करने का निर्देश सभी जिलों को दिया है. उन्होंने ने स्पष्ट बताया है कि ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषद को आवंटित समय पर फंड की राशि खर्च करने में कोताही न बरती जाएगी.


फोरेंसिक नमूने लेने में नहीं होगी समस्या 


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झारखंड में अब घटनास्थल से फोरेंसिक नमूने एकत्रित करने से लेकर प्रारंभिक व कुछ सामान्य जांच तक के लिए लंबा समय इंतजार कर रहे लोगों को अब नहीं करना पड़ेगा. राज्य के सभी जिलों व झारखंड विधि विज्ञान प्रयोगशाला ( State Forensic Science Laboratory) के लिए 25 फोरेंसिक लैब वैन चालू करने की योजना बनी है.  राज्य हाई कोर्ट ने पिछले दिनों धनबाद के जज उत्तम आनंद की हत्या मामले में सुनवाई के दौरान एसएफएसएल (SFSL) के विरुद्ध कड़ी टिप्पणी की थी. राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के निदेशक ने हाई कोर्ट में शपथ पत्र दायर करने के लिए गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव को पत्राचार किया है और इसकी आवश्यकता तथा SFSL को अपग्रेड करने संबंधित प्रस्ताव दिया है.


वहीं, छह महीने के भीतर मानव बल से लेकर उपकरण की खरीदारी तक के कार्य पूरे कर लिए जाने हैं. प्रत्येक जिले में एक जिला फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (डीएफएसएल) व एक फोरेंसिक लैब वैन तैनात होगा. झारखंड सरकार ने इसकी तैयारियां कर ली है. बता दें कि राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के लिए पूर्व में 18 फोरेंसिक लैब वैन खरीदा गया था. ये लैब वैन अलग राज्य गठन के बाद खरीदे गए थे, जो जर्जर स्थिति में पहुंच चुके हैं. पुराने को मरम्मत कराकर व नए की खरीदारी कर कुल 25 फोरेंसिक लैब वैन को जिलों व एसएफएसएल मुख्यालय में तैनात किया जाएगा. 
 
24 जिलों में फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी बनेंगे
राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला ने जो प्रस्ताव दिया है, उसके अनुसार सभी 24 जिलों में एक-एक जिला फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (DFSL) बनेंगे. जो 25 फोरेंसिक लैब वैन होंगे, वे बोलेरो बीएस-6 गाड़ियों में बनेंगे. इन गाड़ियों में बैलिस्टिक किट, ब्लड सैंपल किट, फोटोग्राफी किट सहित अन्य जरूरी के सामान रहेंगे. उपकरण व वैन की खरीदारी में करीब 11 करोड़ रुपये खर्च होगें.