केबीसी के नाम पर 90 लाख की ठगी, सीआईडी ने साइबर ठग को ओडिशा से दबोचा
गिरफ्तार साइबर ठग का आपराधिक इतिहास रहा है. उसने झारखंड के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और देहरादून में भी साइबर ठगी के मामलों को अंजाम दिया है. जिनके संबंध में कई थानों में केस दर्ज हैं.
रांची: आए दिन लोगों से ठगी के मामले सामने आते रहते हैं. जिसमें अपराधी भोले-भाले लोगों को झांसा देकर उनकी मेहनत की कमाई चंपत कर जाते हैं. ऐसा ही मामला झारखंड में सामने आया है. जहां टीवी के प्रसिद्ध शो कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के नाम पर लोगों को चूना लगाया जा रहा है.
केबीसी के नाम पर ठगा
दरअसल साइबर थाने में कोडरमा जिले के प्रभु महतो ने केस दर्ज कराया था. शिकायत में उन्होंने बताया कि केबीसी के नाम पर उनसे ठगी की गई. महतो ने बताया कि अपराधियों ने करोड़पति के जैकपॉट इनाम मिलने की बात कहकर उन्हें कन्विंस किया और उनके 90 लाख रुपये ठग लिए.
ओडिशा से साइबर ठग को दबोचा
मामला दर्ज होने के बाद जांच शुरू हुई तो पुलिस निरीक्षक सतीश कुमार ने छापेमारी की. सीआईडी की टीम ने ओडिशा के केंद्रापाड़ा जिले से साइबर अपराधी जन्मजय दास को धर दबोचा. गिरफ्तार अभियुक्त के पास से मामले से संबंधित सामान भी बरामद किया गया है.
दूसरे राज्यों में भी लोगों को ठगा
बता दें कि गिरफ्तार साइबर ठग का आपराधिक इतिहास रहा है. उसने झारखंड के साथ-साथ छत्तीसगढ़ और देहरादून में भी साइबर ठगी के मामलों को अंजाम दिया है. जिनके संबंध में कई थानों में केस दर्ज हैं. आरोपी के पास से एक मोबाइल फोन और एक आधार कार्ड भी बरामद किया गया है.
आरोपी ऐसे देता था लोगों को झांसा
अपराधी ठगी के लिए अलग-अलग वर्चुअल नंबर से लोगों को इंटरनेट कॉल करता था. फिर उन्हें केबीसी जैकपॉट में विजेता बनने की बात बोली जाती. केबीसी में आगे खेलने के लिए और अधिक पैसा जीतने के लिए यह लोगों से सवाल पूछते थे और जीत का पैसा पाने के लिए जीएसटी और अन्य चार्ज के नाम पर विभिन्न बैंक खातों में धोखे से विश्वास में लेकर पैसा जमा करवा लेते थे.
सीआईडी ने लोगों से की जागरूक रहने की अपील
मामला सामने आने के बाद सीआईडी ने लोगों से अपील की है कि किसी अज्ञात मोबाइल नंबर से केबीसी जैकपॉट के नाम पर कॉल आने पर उनसे अपनी निजी जानकारी साझा न करें. केबीसी के नाम पर किसी प्रकार के कॉल आने पर नंबर की जांच केबीसी के ऑफिस या वेबसाइट पर जाकर करें. लॉटरी के नाम पर आने वाले कॉल के झांसे में पड़ कर पैसा न जमा करें.
(इनपुट-कामरान)