महीनों से अंधेरे में है चतरा जिले कई मोहल्ले और गांव, 4 से 5 घंटे आ रही बिजली
चतरा जिले में बिजली की कटौती को लेकर लोग बेहद परेशान हैं. ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे में से महज 4 से 5 घंटे ही बिजली रहती है. कुछ प्रखंडों में तो एक सप्ताह में महज दो से 4 घंटे ही बिजली आती है. ऐसे में लगातार हो रही उमस और गर्मी के कारण लोग बेहद परेशान हैं.
Chatra: चतरा जिले में बिजली की कटौती को लेकर लोग बेहद परेशान हैं. ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे में से महज 4 से 5 घंटे ही बिजली रहती है. कुछ प्रखंडों में तो एक सप्ताह में महज दो से 4 घंटे ही बिजली आती है. ऐसे में लगातार हो रही उमस और गर्मी के कारण लोग बेहद परेशान हैं. शहर के कई मोहल्लों के साथ-साथ दर्जनों गांवों में ट्रांसफार्मर महीनों से खराब पड़े हैं.
4 से 5 घंटे आती है बिजली
चतरा शहर के लोगों को इन दिनों उमस भरी गर्मी और बिजली कटौती की दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. शहर के कई मोहल्लों में पिछले कुछ दिनों से ट्रांसफार्मर खराब है. जिसके कारण लोगों के सामने पीने के पानी की भी समस्या बनी हुई है. इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी बिजली की आपूर्ति 4 से 5 घंटे ही हो रही है. आक्रोशित ग्रामीणों ने कई प्रखंडों के बिजली विभाग के कार्यालयों में ताला भी जड़ दिया है. इसके बावजूद बिजली की आपूर्ति में अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है. बता दें कि चतरा जिला में निर्बाध रुप से बिजली आपूर्ति के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चोरकारी पावर ग्रिड का उद्घाटन कुछ महीनों पहले किया था. उसके बावजूद चतरा जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
छात्रों को हो रही परेशानी
चतरा शहर के दीभा मोहल्ला के लोगों का कहना है कि शहर में बिजली की आपूर्ति नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि दीभा मोहल्ला का ट्रांसफार्मर पिछले कई दिनों से खराब पड़ा हुआ है. जिसके कारण घरों में पानी की आपूर्ति भी ठप है. बच्चों का पठन-पाठन भी प्रभावित हो रहा है. बिजली नहीं रहने के कारण ऑनलाइन क्लास करने वाले छात्र-छात्राओं को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही है. प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों का कहना है कि बिजली नहीं रहने के कारण छात्रों का भविष्य बर्बाद होने की कगार पर पहुंच गया है. छात्रों ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति नहीं हो रही है. जबकि जिले के प्रतापपुर, कुंदा, लावालौग, पत्थलगड़ा टंडवा सिमरिया मयूरहंड, ईटखोरी आदि प्रखंडों में भी बिजली की आपूर्ति लगभग नहीं हो रही है, जिससे आम लोगों को काफी परेशानी हो रही है.
ग्रामीण क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की स्थिति बेहद खराब है. ग्रामीणों के काफी आक्रोश के बावजूद भी बिजली विभाग बिजली की आपूर्ति के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. जिससे पूरे जिले वासियों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि आने वाले समय में बिजली की आपूर्ति दुरुस्त नहीं हुई तो इस मुद्दे को लेकर जन आंदोलन भी किया जा सकता है.