गढ़वा में कुश्ती को पुनर्जीवित करने की कवायद, जिला स्तरीय दंगल प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
मंत्री ने कहा की पहले गढ़वा जिले से कई पहलवान निकलते थे, लेकिन बीते सालों से यहां पहलवानी खत्म होने के कगार पर थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच की वजह से गढ़वा में दंगल को पुनर्जीवित करने की मुहिम शुरू की गई है.
Garhwa: गढ़वा में दंगल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. जिला स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में मंत्री मिथिलेश ठाकुर (Mithlesh Thakur) मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए. स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय कौशल कुमार ठाकुर मेमोरियल कुश्ती प्रतियोगिता का हर साल आयोजन किया जाता है.
मंत्री मिथिलेश ठाकुर हुए शामिल
गढ़वा के बालिका उच्च विद्यालय के मैदान में स्वतंत्रता सेनानी कौशल किशोर ठाकुर जिला स्तरीय दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इस प्रतियोगिता में जिले के सभी प्रखंडों के पहलवानों ने दांव लगाया. प्रतियोगिता में गढ़वा के विधायक और झारखंड सरकार के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की.
'गढ़वा में दंगल को पुनर्जीवित करने की मुहिम शुरू'
इस मौके पर उन्होंने कहा की पहले गढ़वा जिले से कई पहलवान निकलते थे, लेकिन बीते सालों से यहां पहलवानी खत्म होने के कगार पर थी, लेकिन अब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच की वजह से गढ़वा में दंगल को पुनर्जीवित करने की मुहिम शुरू की गई है.
एकीकृत बिहार के समय में कुश्ती के क्षेत्र में गढ़वा जिला अव्वल रह करता था. यहां से बहुत से पहलवान निकले हैं, लिहाजा इस विलुप्त होते खेल को फिर से ऊर्जावान बनाने के लिए सरकार ने कोशिश शुरू की है. जिससे इस खेल से जुड़े खिलाड़ी भी बेहद खुश हैं.
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गढ़वा में शुरू हुई जिला स्तरीय प्रतियोगिता भले ही छोटे पैमाने पर शुरू हुई हो, लेकिन इससे उम्मीदें बहुत बड़ी हैं. उम्मीद है सरकार की कोशिश और खिलाड़ियों के जज्बे से एक दिन यही छोटा सा दंगल गढ़वा और झारखंड को विश्व के मानचित्र पर एक पहचान दिलाएगा.
(इनपुट: कामरान जलीली)