Koderma: कोडरमा विधायक डॉ नीरा यादव के खिलाफ हेमंत सरकार ने संपत्ति की जांच के आदेश दिए हैं. इसकी जिम्मेदारी सरकार ने एसीबी को सौंपी हैं. जिसेक बाद डॉ नीरा ने बयान दिया है. पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने कहा है कि जो भी एजेंसी जांच करेगी उसको पूरा सहयोग दिया जाएगा.  


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ढाई लाख था वेतन
बताया जा रहा है कि हेमंत सरकार ने अधिक संपत्ति मामले में डॉ नीरा यादव की संपत्ति की जांच कराने का फैसला लिया है. हेमंत सरकार ने संपत्ति की जांच एसीबा से करवाने को कहा है. जिसके बाद डॉ नीरी यादव ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जो भी एजेंसी उनके आय से संबंधित जांच के लिए आएगी उसे पूरा ब्यौरा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार में मंत्री बनने से पहले वह जिला परिषद की उपाध्यक्ष थी. उस समय उन्हें 7500 मिलते थे.  उसके बाद 2014 के चुनाव में जीत हासिल करने के बाद मंत्री पद संभाला था. इस समय उन्हें ढाई लाख रुपये प्रति माह मिलता था.  साथ ही 2014 से लेकर अभी तक नीरा यादव की चल और अचल संपत्ति में भी बढ़ोत्तरी हुई है. 


दस्तावेज करवाएंगी उपलब्ध
इस मामले में डॉ नीरा यादव का कहना है कि उन्होंने एक मंत्री या  फिर विधायक के तौर पर नहीं बल्कि एक सेवक की तरह काम किया है. पूर्व शिक्षा मंत्री का कहना है कि जांच के लिए वह पूरी तरह से तैयार हैं. साथ ही उनका कहना है कि संपत्ति से जुड़े सभी दस्तावेज वह जांच एजेंसी को उपलब्ध करवा देंगी. 


एसीबी करेगी जांच
नीरा यादव का कहना है कि जांच के जो भी आदेश हेमंत सरकार ने एसीबी को दिए हैं उसमें वह पूरा सहयोग करने को तैयार हैं. उनका कहना है कि साल 2014 से लेकर साल 2019 तक विधानसभा चुनाव के दौरान जो भी संपत्ति का ब्यौरा दिया था, उसी के आधार पर एसीबी को जांच के आदेश दिए गए हैं. 


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