Ranchi: झारखंड के 11 कैबिनेट मंत्रियों के लिए अब स्मार्ट सिटी परिसर में बंगले बनाए जाएंगे. इसके लिए हेमंत सोरेन (Hemant Soren) कैबिनेट ने 69.90 करोड़ रुपए की योजना को मंजूरी दे दी है. हालांकि, सरकार के इस फैसले पर सियासत भी तेज हो गई है. बीजेपी (BJP) ने इसे सरकार की फिजूलखर्ची बताया है. वहीं, कांग्रेस (Congress) ने इसे लेकर बीजेपी को ही घेरा है.


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आधुनिक बंगले बनेंगे
रांची में मंत्रियों के लिए आलीशान बंगले बनेंगे. जानकारी के अनुसार, मंत्रियों के बंगले अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे. परिसर में मेन इंट्रेस, पार्किंग, नॉर्थ एवेन्यू, साउथ एवेन्यू, क्लब हाउस, बॉलीबॉल कोर्ट, लॉन, बच्चों के खेल का मैदान, बैरक और सर्विस एंट्री होगी.


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BJP ने खोला मोर्चा 
इधर, मंत्रियों के लिए नए बंगले बनाए जाने के फैसले के बाद राज्य में सियासत तेज हो गई है. पूर्व मंत्री और रांची विधायक सीपी सिंह (CP Singh) ने इस फैसले को हास्यास्पद बताया है. उन्होंने कहा कि हम रांची में स्मार्ट सिटी (Ranchi Smart City) को एनवायरमेंट फ्रेंडली बनाने जा रहे हैं और वहीं पर मंत्रियों के बंगले बनाए जाएंगे. सीपी सिंह ने कहा कि रांची शहर के अंदर बहुत सारे बंगले हैं जो राज्य के 10-11 मंत्रियों के लिए पर्याप्त हैं. उन्होंने सवाल किया कि आखिर नए बंगले के लिए पैसे खर्च करने की जरूरत क्या है?


कांग्रेस का पलटवार
वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि दिल्ली में बीजेपी सेंट्रल विस्टा पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है, जबकि पहले से इतना बड़ा संसद भवन मौजूद है, उसकी जगह पर नए संसद भवन का निर्माण कराया जा रहा है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि जिन्होंने राज्य में विधानसभा का निर्माण करवाया, हाईकोर्ट का निर्माण कराया उस पर भी इनको बोलना चाहिए जबकि पहले से यहां हाईकोर्ट और विधानसभा मौजूद थी. उन्होंने हेमंत सरकार के बंगले बनवाने के फैसले का समर्थन किया.


(इनपुट- मनीष कुमार सिन्हा)