देवघर: Ropeway Politics:रोपवे हादसे पर सियासत शुरू हो गई है. बीते रविवार शाम से देवघर के त्रिकूट पर्वत पर फंसे 50 लोगों में से 46 लोग मंगलवार को बचा लिए गए. इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई, जिसमें तीन महिलाएं और एक युवक शामिल है. हादसे के बाद लंबे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद हवा में लटके कई लोगों की जान बचा ली गई.  हादसे के बाद अब एक बार मामले को लेकर राजनीति ने सिर उठा लिया है. 


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सीपी सिंह ने साधा निशाना
रोपवे हादसे पर सरकार और मंत्री को आड़े हाथों लेते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायक सीपी सिंह ने कहा की भगवान का शुक्र है कि लोगों को बचाई जा सकी. जिन लोगों की मौत हुई उनके लिए संवेदना प्रकट करते हैं. उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर इस हादसे जिम्मेदारी किसकी है. यह जांच कर पता लगाना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में प्रश्न इसीलिए उठ रहे थे कि राज्य सरकार के मंत्री वहां पर उस शहर में मौजूद थे लेकिन वे वहां पर नहीं पहुंचे. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सीपी सिंह ने केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया है. वहीं उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस प्रकरण में दोषियों के खिलाफ जांच होगी और जांच के बाद दोषी पाए गए लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी.


मिथलेश ठाकुर ने किया पलटवार
भारतीय जनता पार्टी के विधायक सीपी सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए पेयजल मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने उन्हें एक बार फिर ऐसे मामले पर राजनीति न करने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि ऐसी दुखद घड़ी में आरोप-प्रत्यारोप करना कहीं से भी शोभा नहीं देता. वही मिथिलेश ठाकुर ने पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि उनके सरकार के वक्त में मुख्य सचिव राजबाला बर्मन ने ही इसकी गुणवत्ता पर सवाल उठाए थे. उस वक्त तो फाइल दबा कर रख दिया गया था इसीलिए इन्हें अपने दामन में देखना चाहिए. 


ग्रामीण मंत्री ने भी उठाए सवाल
वही भारतीय जनता पार्टी द्वारा लगाए गए आरोप पर जवाब देते हुए ग्रामीण मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि जब कोई दुर्घटना हो जाती है उसके लिए देश के मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री पर दोषारोपण करेंगे तो यह सही नहीं क्योंकि हादसा कभी भी हो सकता है वहीं उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि ट्रॉली और रूप में की गुणवत्ता पर जब रिपोर्ट आई थी उस वक्त कोई कार्यवाही नहीं की गई.


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