रजरप्पा के छिन्नमस्तिका मंदिर को खोलने की मांग हुई तेज, सरकार को 15 सितंबर तक का अल्टीमेटम
रामगढ़: रजरप्पा मंदिर के पुजारियों, स्थानीय दुकानदारों और बीजेपी ने 15 सितंबर तक मंदिर खोलने को लेकर राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया है.
Ramgarh: झारखंड में मंदिरों को आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने की मांग लगातार जारी है. देवघर के बाद रजरप्पा मंदिर के पुजारियों, स्थानीय दुकानदारों और बीजेपी ने 15 सितंबर तक मंदिर खोलने को लेकर राज्य सरकार को अल्टीमेटम दिया है.
बीजेपी नेता राजीव जायसवाल रजरप्पा ने पहुंच कर इस सिलसिले में स्थानीय पंडा समाज और दुकानदारों के साथ मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कहा की अगर 15 सितंबर तक झारखंड सरकार मंदिरों को खोलने का आदेश नहीं देती है, तो 16 सितंबर को रजरप्पा बंद किया जाएगा.
बता दें की राज्य में मंदिर खोलने की मांग को लेकर लगातार आंदोलन किया जा रहा है. कोरोना की वजह से राज्य सरकार ने मंदिरों में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा है. जिसकी वजह से मंदिर से जुड़े पुजारियों और व्यवसायियों की जिंदगी पर काफी असर पड़ा है.
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रजरप्पा के छिन्नमस्तिका मंदिर से भी ना सिर्फ लाखों लोगों की आस्था जुड़ी हुई है बल्कि मंदिर से जुड़े हज़ारों परिवारों का जीवनयापन भी होता है, लेकिन पिछले कई महीनों से मंदिर बंद होने के कारण इन लोगों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. ऐसे में जल्द से जल्द मंदिर खोलने की मांग तेज होती जा रही है.
वहीं बीजेपी भी लगातार इस मामले को लेकर राज्य सरकार को घेर रही है. बीजेपी नेता राजीव जायसवाल के मुताबिक पिछ्ले दिनों हुई राज्य आपदा प्रबंधन की बैठक को लेकर उम्मीद थी कि मंदिर खोलने का निर्देश दिया जाएगा, लेकिन सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट का हवाला देते हुए फैसला टाल दिया.
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राजीव जायसवाल ने कहा की जब राज्य में बियर बार, सिनेमा हॉल, पार्क समेत सभी तरह की गतिविधियां फिर से शुरू की जा सकती हैं, तो झारखंड सरकार को मंदिर खोलने में आपत्ति क्यों है. उन्होंने इसे हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ बताया.
वहीं छिन्नमस्तिका मंदिर से जुड़े पंडा समाज, दुकानदारों, नाई, नाविकों ने झारखंड सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए 15 सितंबर तक समय दिया है, और ऐसा ना होने पर सभी ने स्वेच्छा से विरोधस्वरूप 16 सितंबर को सामूहिक रुप से बंद की घोषणा की है.
(इनपुट: झूलन)