रांची: Ranchi Violence: राजधानी रांची में शुक्रवार को हुई हिंसा मामले में प्रशासन की ओर से पांच अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. डेली मार्केट थाने में दर्ज प्राथमिकी में प्रशासन ने हिंसा और पथराव मामले में 23 नामजद के साथ कई हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.


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हिंसा की जांच के लिए SIT गठित
वहीं, धारा 144 लागू होने के दौरान मंदिर के आसपास हुए भजन-कीर्तन मामले में सात नामजद समेत कई अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इधर, गोलीबारी से हुई दो युवकों की मौत पर  पुलिस के खिलाप मृतक के परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है.


सभी पहलुओं की होगी जांच: सीएम
इससे पहले रांची के मेन रोड में हुई हिंसा मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उच्चस्तरीय जांच के लिए दो सदस्यीय एसआईटी गठित करने का निर्देश दिया है. इसमें सचिव अमिताभ कौशल व अपर पुलिस महानिदेशक संजय लाटकर शामिल हैं. इन्हें एक हफ्ते में सभी पहलुओं की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है.


वहीं, शुक्रवार को हुई हिंसा के बाद रांची प्रशासन ने पहले कर्फ्यू लगाया इसके बाद धारा 144 लागू किया और फिर देर शाम को इंटरनेट सेवा को अस्थाई रूप से ठप कर दिया. घटना के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हिंसा पर दुख जताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही.


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, 'इस प्रकार की घटना चिंता का विषय है. हम सभी सुनियोजित तरीके से कुछ ऐसी शक्तियों का शिकार हो रहे हैं, जिसका परिणाम हम सभी को भुगतना पड़ेगा. मौजूदा हालात परीक्षा की घड़ी है. उन्होंने सभी से शांति बनाए रखने की अपील भी की है.'


इधर, रांची में हुई हिंसा के बाद प्रशासन ने शहर को पूरी तरह से अपने कंट्रोल में ले लिया है. फिलहाल, शहर में स्थिति पूरी तरह से काबू में है. शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है और ड्रोन कैमरे के जरिए चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है.


बता दें कि नुपुर शर्मा के बयान को लेकर शुक्रवार को रांची में बवाल हो गया. जुमे की नमाज के बाद मेन रोड में प्रदर्शन कर रहे लोगों ने नारेबाजी के बाद अचानक पथराव शुरू किया. उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने कई राउंड हवाई फायरिंग की और लाठीचार्ज किया. 


(इनपुट-कामरान जलीली)