कोडरमा करेगा पर्यटकों को कायल! जिले के दर्शनीय स्थलों को `लो कॉस्ट-नो कॉस्ट` की तर्ज पर संवारा जाएगा
कोडरमा के पर्यटक स्थलों को सजाने-संवारने की कवायद शुरू की गई है.
Koderma: कोडरमा के पर्यटक स्थलों को लो कॉस्ट और नो कॉस्ट पर सजाने संवारने की कवायद शुरू की गई है. जिले के पर्यटक स्थलों को और खूबसूरत बनाने के लिए जिला प्रशासन ने रणनीति भी तैयार कर ली है, ताकि ज्यादा से ज्यादा सैलानियों को यहां आने के लिए लुभाया जा सके.
झारखंड अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है. जल, जंगल और पहाड़ों से घिरे झारखंड की खूबसूरती निहारने के लिए पर्यटक भी यहां बड़ी संख्या में पहुंचते हैं, लिहाजा शासन-प्रशासन भी राज्य में पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ाने की कोशिश में जुटा रहता है. इसी कड़ी में सैलानियों को और सुखद अनुभव देने के लिए कोडरमा के पर्यटक स्थलों को सजाने-संवारने की कवायद शुरू की गई है.
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कोडरमा जिला प्रशासन की ओर से तिलैया डैम, वृंदाहा जलप्रपात, घोड़सीमर धाम, पेट्रो जलप्रपात, चंचालिनी धाम समेत अन्य पर्यटक स्थलों को खूबसूरत बनाने की रणनीति तैयार की गयी है. जिले के उपायुक्त आदित्य रंजन के मुताबिक कोडरमा, राज्य के खूबसूरत जिलों में एक है, और यहां प्रकृति का दिया बहुत कुछ है, लिहाजा मामूली बदलाव कर इन पर्यटक स्थलों को और भी खूबसूरत बनाने की कोशिश की जा रही है.
जिले के पर्यटक स्थलों को लो कॉस्ट और नो कॉस्ट की तर्ज पर संवारा जाएगा. इस काम में स्थानीय लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है. साथ ही समितियों के माध्यम से पर्यटक स्थलों की देखभाल का प्रबंध भी किया जाएगा.
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जिला प्रशासन के मुताबित जरूरत पड़ने पर पर्यटक स्थलों पर आने के लिए न्यूनतम शुल्क भी वसूला जाएगा, ताकि जिले के तमाम पर्यटक स्थलों का मेंटेनेंस होता रहे. जिला प्रशासन को म्मीद है की जिले की प्राकृतिक खूबसूरती को निखारने की कोशिश, ज्यादा से ज्यादा पर्यटकों को यहां आने के लिए आकर्षित कर सकेगी.
(इनपुट: गजेन्द्र)