Ranchi Violence: कौन है रांची हिंसा का मास्टरमाइंड, इन चार अभियुक्तों से बाहर आएगा सच
Ranchi Violence: बीते 10 जून को राजधानी रांची उस हिंसा और उपद्रव का गवाह बना था. जब चंद असामाजिक तत्वों ने प्रोटेस्ट को हथियार बनाकर रांची जलाने की साजिश रची थी. मामले को लेकर रांची पुलिस की कार्रवाई जारी है. राजधानी रांची में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को रिमांड पर लिया है.
रांची: Ranchi Violence: राजधानी रांची में 10 जून को हुई हिंसा के बाद से इसकी जांच जारी है. उपद्रव और हिंसा की घटना के मामले में पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. घटना के किंगपिन तक पहुंचने की कोशिश भी जारी है. इसी बीच रांची पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है उसमें से चार अभियुक्तों को रिमांड पर लिया गया है जिससे पूछताछ चल रही है.
रांची पुलिस को मिली अहम जानकारियां
बीते 10 जून को राजधानी रांची उस हिंसा और उपद्रव का गवाह बना था. जब चंद असामाजिक तत्वों ने प्रोटेस्ट को हथियार बनाकर रांची जलाने की साजिश रची थी. मामले को लेकर रांची पुलिस की कार्रवाई जारी है. राजधानी रांची में हुई हिंसा मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को रिमांड पर लिया है. चारों आरोपियों को पुलिस ने 48 घंटे की रिमांड पर लिया है. आरोपियों से पूछताछ में रांची पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं. जिसके आधार पर कई नए लोगों की भी पहचान हुई है जिसे लेकर पुलिस आनेवाले दिनों में गिरफ्तारी कर सकती है.
पूछताछ में हुए कई खुलासे
मामले पर रांची पुलिस ने बताया कि इस घटना में बाहर के लोगों की भी संलिप्तता से इंकार नहीं किया जा सकता इसीलिए पुलिस की जांच हर पहलू पर चल रही है. रिमांड पर लिए गए आरोपियों से जो इनपुट हाथ लगे हैं वह बेहद अहम हैं और मामले पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. 48 घंटों के पुलिस रिमांड पर लिए गए इन 4 आरोपियों में मो0 मास, मो0 रमजान, मो0 अरमान हुसैन और मो0 अमजद शामिल हैं. वहीं इन चारों का आपराधिक इतिहास भी रहा है. मामले मे रांची के सिटी एसपी अंशुमान कुमार का कहना है कि इनसे हुई पूछताछ मे कई नए खुलासे भी हुए है. जानकारियां के अनुसार हिंसा के लिए लोगों को उकसाने के लिए दूसरे राज्यों से भी लोग आए थे.
बरहाल इस पूरे मामले पर जिन चार अभियुक्तों को हिरासत में लिया गया अगर पुलिस सूत्रों की माने तो उन अभियुक्तों से कई अहम जानकारी मिली है जिसके आधार पर आने वाले दिनों में कार्रवाई होगी और पुलिस को उम्मीद है कि इस पूरे मामले का खुलासा जल्द कर लिया जाएगा.
यह भी पढ़िएः श्रम अधीक्षक ने चलाया अभियान, बाल मजदूरी करते हुए पांच बच्चों को कराया मुक्त