छात्र संसद में हेमंत सोरेन बोले-राजनीतिक चेतना वाले युवा देश और प्रदेश को देंगे नई रोशनी
दो दिनों तक चलनेवाली इस संसद में राज्य भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्रतियोगिताओं के आधार पर चुनकर आए 24 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं. इनमें आठ छात्राएं भी शामिल हैं. देश की किसी भी विधानसभा के भीतर ऐसा आयोजन पहली बार हो रहा है.
Ranchi: झारखंड विधानसभा में दो दिवसीय छात्र संसद आज से शुरू हो गई. इसका उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा कि राजनीतिक-सामाजिक चेतना वाले युवा ही देश, राज्य और समाज को नई रोशनी दे सकते हैं. विधानसभा के भीतर इस आयोजन का उद्देश्य यही है कि युवा संसदीय एवं विधायी कार्यप्रणाली को समझें और लोगों को जागरूक करें.
दो दिनों तक चलनेवाली इस संसद में राज्य भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों से प्रतियोगिताओं के आधार पर चुनकर आए 24 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं. इनमें आठ छात्राएं भी शामिल हैं. देश की किसी भी विधानसभा के भीतर ऐसा आयोजन पहली बार हो रहा है.
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आनेवाली पीढ़ी को जागरूक करेगा छात्र संसद
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने कहा कि राज्य के कई सांसद-विधायक भी विधायी तौर-तरीकों से पूरी तरह अवगत नहीं हैं. उनका ज्ञान खंडित है. हम जिस संसदीय शासन प्रणाली से शासित होते हैं, उसकी बारीकियों से हमें अवगत होना चाहिए. ऐसे में यह आयोजन कल की आनेवाली पीढ़ी को संसदीय प्रणाली के प्रति जागरूक करेगा.
पहली बार इस तरह का आयोजन
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने कहा, 'छात्र संसद अब तक देश के किसी विधानसभा में नहीं हुआ है. आज के आयोजन से युवाओं को डेमोक्रेसी, कार्यपालिका और विधायिका को जानने का मौका मिलेगा. जिन युवाओं का चयन हुआ है उनमें हुनर है. ये विधायी कार्य को सीखेगें. हर किसी को विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका को जानने की आवश्यकता है.
संसदीय नियमों के तहत हुई कार्यवाही
उद्घाटन सत्र के बाद छात्र संसद की कार्यवाही के दौरान झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो सहित राज्य के कई मंत्री, विधायक दर्शक दीर्घा में मौजूद रहे. छात्र संसद के प्रतिनिधियों ने संसदीय नियमों के अनुसार प्रोटेम स्पीकर का चुनाव किया. सभी सदस्यों ने बकायदा शपथ ली.
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पक्ष-विपक्ष की बहस के बाद पारित होगा विधेयक
छात्र संसद की कार्यवाही के दौरान 31 अक्टूबर को झारखंड की 'वन संपदा' पर विधेयक पेश किया जाएगा और सदस्यों की ओर से संशोधन के प्रस्ताव लाए जाएंगे. पक्ष-विपक्ष की बहस के बाद विधेयक पारित किया जाएगा.
बता दें कि झारखंड विधानसभा ने छात्रों को विधायी प्रक्रियाओं और संसदीय कामकाज की प्रणाली से अवगत कराने के लिए पीआरएस लेजिस्लेटिव रिसर्च (PRS Legislative Research) नामक संस्था के सहयोग से यह आयोजन किया है. इस पूरे आयोजन का थीम 'यूथ फॉर ग्रीन झारखंड' (Youth For Green Jharkhand) रखा गया है.