21 महीने के कार्यकाल में हर मोर्चे पर विफल रही हेमंत सोरेन सरकार: दीपक प्रकाश
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21 महीने के कार्यकाल में हर मोर्चे पर विफल रही हेमंत सोरेन सरकार: दीपक प्रकाश

दीपक प्रकाश ने कहा, 'JMM के नेता झारखंड की तुलना उत्तर प्रदेश से करते हैं, तो उन्हें जाकर देखना चाहिए की यूपी अब 'उत्तम प्रदेश' है. अपराधियों का मनोबल तोड़ने का दूसरा नाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ है.'

हेमंत सोरेन और दीपक प्रकाश.

Ranchi: झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार अपने कार्यकाल के दो साल लगभग पूरा करने जा रही है. इसे सत्तापक्ष अपनी उपलब्धि बता रही तो वहीं, विपक्षी दल इसे फेल बता रहे हैं. इस बीच, झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने तमाम मसलों पर ज़ी मीडिया से खास बात की. पेश हैं उनके बातचीत के प्रमुख अंश-

  1. झारखंड में महिलाओं के साथ बढ़ा अपराध: दीपक प्रकाश
  2. 'झूठे वादे और झूठी कसमें खाकर सत्ता में आई है हेमंत सरकार'

सवाल:  अध्यक्ष बनने के बाद से आप लगातार संगठन को मजबूत करने में जुटे हैं, ऐसे में BJP का 'मिशन झारखंड' क्या है?
उत्तर: देखिए पीएम मोदी (Narendra Modi) और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा (JP Nadda) के आह्वान पर हम सभी ने 'सेवा ही संगठन' के माध्यम से कोरोना काल में काम किया. हमारी पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता ने लोगों की सेवा की, फिर चाहे वो बेड और ऑक्सीजन उपलब्ध कराना हो या फिर वैक्सीन दिलवाना हो, हमने सभी की मदद करने की कोशिश और इसीलिए दुनिया भी मानती है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने महामारी की लड़ाई में सबसे अच्छा संघर्ष किया.

सवाल: आप कह रहे हैं कि कोविड महामारी में केंद्र ने बेहतर काम किया लेकिन विपक्ष दल आपकी सरकार को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं?
उत्तर:
देखिए 16 जनवरी 2021 को पहला टीका भारत में उपयोग किया गया था और सिर्फ 270 दिन के अंदर 100 करोड़ से ऊपर लोगों को वैक्सीन लग चुका है, यह प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प और देश के वैज्ञानिकों के सहयोग के कारण ही संभव हो सका है. रही बात विपक्ष की तो, उसने वैक्सीन को लेकर सिर्फ भ्रम फैलाने का काम किया है, जबकि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Banna Gupta) का बयान तो शर्मसार करने वाला था.

सवाल: वैक्सीन के रेट को लेकर भी केंद्र सरकार पर सवाल उठाए गए?
उत्तर:
आज वैक्सीन सबकी आवश्यकता है और कोरोना की लड़ाई टीका के जरिए ही लड़ी जा सकती है, पर जिस तरह से वैक्सीन को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस ने भ्रम फैलाया, उसको जवाब देने का काम जनता ने किया और 270 दिनों के अंदर 100 करोड़ से अधिक टीका लगवाकर मुंहतोड़ जवाब दिया है.

सवाल: आप लोग राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हैं?
उत्तर:
मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि कोरोना काल के दौरान झारखंड में 'पीपीई किट घोटाला' हुआ है.

सवाल: झारखंड सरकार अपने 2 साल के कार्यकाल की उपलब्धि गिना रही है और कह रही है कि केंद्र द्रारा तमाम बाधाएं पैदा करने के बावजूद हमने राज्य के विकास के लिए काम किए?
उत्तर:
यह सरकार हर मोर्च पर पूरी तरह से विफल रही है. इनके 21 महीने के कार्यकाल में 3 हजार से ज्यादा महिलाओं के साथ रेप हुए, भारत में सबसे ज्यादा बलात्कार झारखंड में हो रहा है. राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है, मानव तस्करी में महाराष्ट्र के बाद झारखंड का दूसरा नंबर है, टीकाकरण में राज्य का 22वां स्थान है और ये लोग केंद्र पर आरोप लगा रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार हर मोर्चे पर सहयोग कर रही है.

सवाल: वो कहते हैं पिछली सरकार का पैसा DVC पर बकाया था और उसे हमें चुकाना पड़ रहा है?
उत्तर:
राज्य को जो शासक होता है वो पीरियड का नहीं होता, तब तो हम भी कह सकते हैं कि कभी शिबू सोरेन (Shibu Soren) कोयला मंत्री, उनके समय का भी पैसा बकाया होगा, तो उसे क्यों नहीं चुकाया, आप बताएं कांग्रेस सरकार के दौरान का कितना पैसा झारखंड का बकाया है?

सवाल: आप जब राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हैं, तो सत्तापक्ष के लोग यूपी का जिक्र करते हैं और पूछते हैं वहां BJP के नेता क्या कर रहे हैं?
उत्तर:
देखिए JMM के नेता झारखंड की तुलना उत्तर प्रदेश से करते हैं, तो उन्हें जाकर देखना चाहिए की यूपी अब 'उत्तम प्रदेश' है. अपराधियों का मनोबल तोड़ने का दूसरा नाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) है. यूपी में महिलाएं सुरक्षित हैं, वहां महिलाएं रात को घूमती हैं और अपराधी उनकी ओर देखने की हिम्मत नहीं उठा सकता है. यूपी में कानून का राज है और वहां अपराधियों के मन में सरकार का खौफ है.

सवाल: आप लोग कहते हैं कि सरकार बीजेपी नेताओं को झूठे केस में फंसा रही है, जबकि उनका कहना है कि अगर कोई शिकायत करता है तो प्रशासन कार्रवाई करता इसमें सरकार की क्या भूमिका?
उत्तर:
मैंने भारत माता के लिए जन्म लिया है और उनके लिए मरने को तैयार हूं. हमारे कार्यकर्ता जब-जब सरकार के खिलाफ संघर्ष करते हैं, तब-तब उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाता है. कांग्रेस के लोग केंद्र के खिलाफ संघर्ष करें तो उन पर केस दर्ज नहीं होगा, लेकिन बीजेपी का कर्यकर्ता जब जनता के लिए आवाज उठाएगा तो उस पर फर्जी मुकदमा कर दिया जाएगा.

सवाल: आप झारखंड के संदर्भ में किसानों की बात करते हैं तो सत्तापक्ष के लोग किसान आंदोलन को लेकर सवाल पूछते हैं, आखिर केंद्र क्यों नहीं किसानों की मांग को मान लेता है? 
उत्तर:
देखिए प्रधानमंत्री मोदी किसानों की आय दोगुनी करने के लिए तीन कृषि कानून (Farmer Law) लेकर आए और यही केंद्र सरकार है जिसने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करके MSP के रेट के दोगुना करने का काम किया. इन तीनों कृषि कानूनों से किसानों को बहुत फायदा होगा, रही बात आंदोलन की तो ये आप जानते हैं कि कौन लोग इसका समर्थन कर रहे हैं? असली किसान तो खेतों में है और किसानों का समर्थन पीएम मोदी के साथ है.

सवाल: रोजगार का मुद्दा बहुत बड़ा है, चुनाव के वक्त चाहे आप (केंद्र) हों या फिर मौजूदा राज्य सरकार, दोनों ने वादा किया लेकिन युवाओं का कहना है कि इसे फुलफिल नहीं किया जा रहा है?
उत्तर:
हेमंत सोरेन (Hemant Soren) सरकार झूठे वादे और झूठी कसमें खाकर सत्ता में आई है. आप इनका घोषणापत्र पढ़ लीजिए, इन्होंने जो वादा किया उसे अब तक पूरा नहीं किया. इनके पास कोई विजन नहीं है. 

सवाल: विपक्षी दलों का आरोप है कि जहां आपकी सरकार नहीं होती है वहां पर 'ऑपरेशन लोट्स' चलाया जाता है?
उत्तर:
देखिए अपनी असफलता को छुपाने के लिए ये सरकार इस प्रकार की ऑर्टिफिशियल चीजें प्रस्तुत करके जनता को भ्रमित करने का प्रयास करती है, लेकिन समय का इंतजार कीजिए चुनाव 5 वर्षों में होता है और सरकार भी 2 साल लगभग पूरा करने वाली है, जब भी चुनाव होंगे तो झारखंड की जनता इनको जवाब देगी. रही बात हमारी, तो हम राज्य के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं न की अपने परिवार के लिए.

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