Kaimur News: प्रचंड गर्मी से झुलस रहे बिहार में आखिरकार मानसून पहुंच गया है. मॉनसून के बादलों ने राजधानी पटना समेत सभी जिलों में बरसना शुरू कर दिया. अकेले राजधानी पटना के तापमान को इसने सिर्फ एक दिन में 7.5 डिग्री सेल्सियस नीचे लुढ़का दिया. मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में बारिश और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है. अगले 48 घंटे में पटना समेत दक्षिण मध्य और दक्षिण पूर्व के जिलों के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट है. उधर पहली बारिश में ही प्रदेश के कई शहर जलमग्न हो गए. इसी कड़ी में कैमूर की सड़कें भी तालाब बन गईं. इससे नगर निगम की लापरवाही और भ्रष्टाचार दोनों की पोल खुल गई. 


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दरअसल, नगर निगम ने बारिश के मौसम से पहले नालों की सफाई पर लाखों रुपये खर्च किए थे, लेकिन पहली बारिश में ही शहर पानी-पानी हो गया. सदर अस्पताल भभुआ में भी बारिश का गंदा पानी भर गया. इससे अस्पताल परिसर में आने-जाने वालों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इस पर ग्रामीणों ने कहा कि कम से कम अस्पताल में तो व्यवस्थाएं दुरुस्त रखते, इससे मरीजों को संक्रमण होने का खतरा बढ़ गया है. अपने मरीज का इलाज कराने के लिए नखतौल गांव से आए नीतीश कुमार ठाकुर ने बताया सुबह से दो बार अस्पताल आए हैं. दोनों समय घुटने भर पानी मिला है. काफी परेशानी हो रही है. हम लोग चाहते हैं कि जब भी हम लोग अस्पताल आए तो पानी में पार कर न जाना पड़े. 


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ग्रामीण हाशिम खान बताते हैं कि सदर अस्पताल भभुआ है जो नहर में तब्दील हो गया है. यहां का नगर परिषद सही तरीके से काम नहीं कर रहा है. पूरे शहर में जल जमाव हो चुका है. बारिश से पहले नाले की सफाई तक नहीं की गई है. पहली बरसात में ही शहर का यह हाल है. अगर नगर परिषद वाले काम करते तो यह हालत नहीं होता हम चाहते हैं की साफ सुथरा व्यवस्था रखा जाए, जल जमाव न रहे. नगर परिषद के साथ अस्पताल प्रबंधन भी इसपर ध्यान दे.


रिपोर्ट- मुकुल जायसवाल