कैमूर: Kaimur News: बिहार के कैमूर जिले के भभुआ रोड रेलवे स्टेशन के आरपीएफ और स्टेशन मास्टर द्वारा दरियादिली दिखाते हुए ट्रेन में ही नवजात बच्चे को जन्म देने वाली महिला को भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर उतरवा कर ऑटो से अनुमंडल अस्पताल मोहनिया पहुंचाया. जहां चिकित्सकों की देखरेख में जच्चा और बच्चा का उपचार किया जा रहा है. फिलहाल दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है. 


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महिला अपने ससुर के साथ दो बच्चों को लेकर वाराणसी से रांची के लिए आसनसोल पैसेंजर ट्रेन में चढ़ी हुई थी. तभी बीच रास्ते में उसे प्रसव का दर्द शुरू हुआ. ट्रेन के यात्रियों ने सहयोग किया और ट्रेन में ही महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. जन्म के बाद महिला की थोड़ी तबियत बिगड़ने लगी. यह सूचना जैसे ही रेल महकमा में पहुंचा भभुआ रोड रेलवे स्टेशन पर पहले से ही आरपीएफ और स्टेशन मास्टर ट्रेन आने से पहले खड़े दिखे और ट्रेन आते ही महिला को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया. जहां फिलहाल जच्चा बच्चा सुरक्षित है. 


महिला झारखंड के रांची के दिनेश लोहार की 30 वर्षीय पत्नी आरती देवी बताई जा रही है. महिला उत्तर प्रदेश के ईंट भट्टे पर पति और दो बच्चों के साथ काम करती थी. पति भी साथ में थे लेकिन ट्रेन में भीड़ और सामान ज्यादा होने के कारण स्टेशन पर ही छूट गए ये लोग ट्रेन में चढ़ गए थे. महिला का पहले से एक चार साल की बच्ची आरती कुमारी और दूसरा 5 साल की बच्ची खुशबू कुमारी है.


जानकारी देते हुए रामजी लाल गुप्ता उपनिरीक्षक रेलवे सुरक्षा बल भभुआ रोड रेलवे स्टेशन ने बताया के स्टेशन मास्टर और मुझे सूचना मिली थी कि वाराणसी आसनसोल पैसेंजर जो वाराणसी की तरफ से आ रही है. इसमें गार्ड बोगी से तीसरे नंबर पर एक महिला को प्रसव पीड़ा हो रहा है और दर्द में है. सूचना पर स्टेशन मास्टर और हम ट्रेन आने से पहले उस बोगी वाले स्थान पर खड़े रहे. 


जैसे ट्रेन आई महिला को सुरक्षित उतरवाकर अनुमंडल अस्पताल मोहनिया टेंपो के माध्यम से भिजवाया गया. जहां जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित है. महिला ने ट्रेन में ही बच्चे को जन्म दे दिया था. उसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ रही थी. वह अपने ससुर के साथ रांची जा रही थी.
इनपुट-मुकुल जायसवाल


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