कटिहार: Raksha Bandhan 2024: देश के बाजारों में अब जल्द ही रेशम की जगह जूट की राखी दिखेगी. इसको लेकर कृषि विभाग के अधीन कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन समिति (आत्मा) के द्वारा कवायद तेज कर दी गई है. कभी जूट नगरी के रूप में पहचान रखने वाला कटिहार जिला एक बार फिर से जूट के मामले में अपने अस्तित्व को कायम करने की कोशिश में जुटा हुआ है. बिहार के कटिहार में आत्मा की मदद से प्रशिक्षण लेकर महिलाएं भारी संख्या में जूट की राखी बना रही है. बताया जा रहा है कि जूट से बनी इन आकर्षक राखी की मांग भी आसपास के स्थानीय बाजारों से खूब मिल रही है.


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बाजारों में दिखेगी रेशम की जगह जूट की राखी 
बिहार समेत देश के बाजारों में जल्द ही रेशम की जगह जूट की राखी दिखेगी. दरअसल, जूट नगरी की पहचान रखने वाला कटिहार में दो-दो जुट मिल बंद होते ही जूट नगरी की पहचान धूमिल हो गया था. लेकिन पुनः अब इस जूट नगरी में जूट के प्रसार को लेकर और मास्टर ट्रेनर की मदद से ना सिर्फ आकर्षक खिलौने बनाये जा रहे हैं, बल्कि घर में सजाने वाले कई आकर्षक साज और सज्जा का सामान भी भारी संख्या में बनाए जाएंगे. 
 
जूट की राखी बनी चर्चा का विषय 
आने वाले दिनों में भाई बहन का त्योहार राखी से पहले बाजारों तक कई आकर्षक सामानों के साथ-साथ खास कर जूट से बनाई जा रही आकर्षक राखी यहां चर्चा का विषय बना हुआ है. इधर केंद्र सरकार की संस्था इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) और बिहार सरकार के अधीनस्थ कृषि आधारित संस्था आत्मा ने मिलकर कोलकाता से आए मास्टर ट्रेनर की मदद से बड़ी संख्या में युवक-युवतियों को जूट से आकर्षक ढंग के खिलौना, घर सजाने का सामान के साथ-साथ राखी बनाने का प्रशिक्षण लेकर जुट से बने आकर्षक उत्पाद बना रहे है. ट्रेनर की मानें तो कटिहार के युवा इस हुनर को सीखने के लिए बेहद उत्साहित है.


जिले में करीब 25 हजार हेक्टेयर में होती जूट की खेती 
जबकि बिहार सरकार की कृषि आधारित संस्था आत्मा के अधिकारी कहते हैं कि एक बार फिर से कटिहार को पूरे देश में जूट नगरी के रूप में स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार मिलकर इस तरह की पहल कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि जिले में करीब 25 हजार हेक्टेयर में जूट की खेती होती है. जिससे यहां से आसानी से इस रोजगार को बढ़ावा दिया जा सकता है.


कटिहार में हो रही इस पहल पर जूट से आकर्षक सामान बनाने के प्रशिक्षण देने आए मास्टर ट्रेनर और आत्मा के अधिकारी जी जान से जुटे हुए हैं. निश्चित तौर पर आने वाले समय में इस बार राखी में स्थानीय बाजार के साथ-साथ आसपास के बाजारों में भी जूट से बनी राखी की धूम रहेगी.
इनपुट- रंजन कुमार


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