पटना: आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए क्षेत्रीय दल लगातार कांग्रेस पर दबाव बना रहे हैं. क्षेत्रीय पार्टियां चाहती हैं कि वह सीट बंटवारे में मनमाना रवैया अपनाएंगे और कांग्रेस सहयोगी की भूमिका में रहे. ऐसे दलों को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उनकी पार्टी अपने हितों का ख्याल रखते हुए ही गठबंधन करेगी. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्य कांग्रेस इकाई को भरोसा दिलाया कि गठबंधन बनाते वक्त पार्टी के हितों से समझौता नहीं किया जाएगा. बिहार प्रदेश कांग्रेस समिति (बीपीसीसी) के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने शनिवार को यह जानकारी दी. 


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उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष ने इस बात पर जोर दिया कि शीर्ष प्राथमिकता राज्य में पार्टी को मजबूत करने को दी जाएगी. गांधी ने ये टिप्पणियां बीपीसीसी के शीर्ष पदाधिकारियों से बैठक के दौरान की. इस हफ्ते की शुरुआत में प्रदेश कांग्रेस को फिर से गठित किया गया था. अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल भी इस बैठक में शामिल हुए. 


कादरी ने फोन पर कहा, 'उन्होंने (गांधी) यह स्पष्ट किया कि चुनाव से पहले दूसरी पार्टियों से किसी भी तरह की साझेदारी पार्टी को मजबूत करने के लिहाज से की जानी चाहिए और गठबंधन के साथियों को तसल्ली देने के लिए बहुत ज्यादा समझौते नहीं किए जाने चाहिए.'


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छत्तीसगढ़ में बीएसपी को साथ नहीं रख पाई कांग्रेस
साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं. राजनीति के जानकार मानते हैं कि इन तीन राज्यों के चुनाव परिणाम से संकेत मिल जाएंगे कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जनका का रुख किस ओर होगा. ऐसे में कांग्रेस पार्टी इन तीनों राज्यों में बीजेपी से सत्ता छिनने की कोशिश में जुटी है. हालांकि छत्तीसगढ़ में मजबूत मानी जाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने चुनाव के ऐलान से पहले ही कांग्रेस से अलग लड़ने की घोषणा कर चुकी है. 



बीएसपी ने कांग्रेस से अलग होकर पार्टी बनाने वाले अजित जोगी की पार्टी से समझौता किया है. पिछले विधानसभा चुनाव में यहां बीएसपी को करीब चार फीसदी वोट मिले थे. ऐसे में अगर कांग्रेस उसे साथ लाने में सफल होती तो शायद बीजेपी को चुनौती मिल सकती थी. चर्चा है कि मध्य प्रदेश में भी बीएसपी अलग ही चुनाव लड़ सकती है. हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने कहा है कि वे कोशिश लगे हैं कि बीएसपी के साथ गठबंधन बन जाए.


अब राहुल गांधी ने बिहार के संदर्भ में कहा है कि वह पार्टी के हितों का ध्यान रखते हुए गठबंधन करेंगे. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का आरजेडी के साथ गठबंधन कायम रहता है या नहीं.