लखीसराय: Lakhisarai News: बिहार के लखीसराय जिले में मुखिया और पंचायत सचिव ने आपसी मिलीभगत से 34 लाख रुपये का गबन कर लिया. गबन का यह मामला लखीसराय सदर प्रखंड क्षेत्र के साबिकपुर पंचायत से जुड़ा हुआ है. साबिकपुर पंचायत के मुखिया नीलम देवी और पंचायत सचिव ने खराब नलकूपों को बिना चालू करें 34 लाख रुपये की अवैध निकासी कर ली है.  


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आरटीआई कार्यकर्ता टुनटुन प्रसाद सिंह और ग्रामीण संजय सिंह की शिकायत पर लघु सिंचाई विभाग के द्वारा जांच कराई गई. जांच में लघु सिंचाई विभाग के अभियंताओं की टीम ने पाया कि पंचायत में सात नलकूपों को लगाने के लिए 34 लाख रुपये की राशि भेजी गई थी. विभागीय अभियंताओं ने जब राजकीय नलकूपों की स्थलीय जांच की, तब इस घोटाले का खुलासा हुआ है. 


दरअसल, जिले में सरकारी नलकूपों के अनुरक्षण एवं मरम्मत कार्य की जिम्मेदारी लघु सिंचाई विभाग ने पंचायत के मुखिया और पंचायत सचिव को दी है. वर्ष 2018-19 में विभाग ने राजकीय नलकूपों को चालू करने के लिए पंचायतों में राशि दी थी. विभाग के अभियंताओं ने जब सरकारी नलकूपों का भौतिक सत्यापन किया तो पाया कि कोई भी नलकूप चालू अवस्था में नहीं है और न ही उससे पानी निकल रहा है. 


संबंधित पंचायत के मुखिया और पंचायत सचिव से राजकीय नलकूपों के अनुरक्षण और मरम्मत के नाम पर उपलब्ध राशि की जब उपयोगिता प्रमाण पत्र मांगा गया तो पंचायत के मुखिया ने खर्च राशि को कोई हिसाब नहीं दिया. मुखिया ने बिना नलकूपों को चालू कराए फर्जीवाड़ा करने करीब 34 लाख रुपये की निकासी कर ली है. 


सबसे आश्चर्यजनक की बात यह है कि विभागीय आदेश के बाद भी दोषी मुखिया और पंचायत सचिव पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. निराश आरटीआई कार्यकर्ता और ग्रामीण कोर्ट जाने की बात कही है. 


इनपुट- राज किशोर मधुकर 


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