जेडीयू के पूर्व MLC पर LNMU कर्मचारी का गंभीर आरोप, `प्रणाम नहीं किया तो मारी थप्पड़`
जेडीयू नेता और समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष ने आरोपों को खारिज कर दिया है. साथ ही उन्होंने कर्मचारी पर ही दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है.
दरभंगा : बिहार के सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) विनोद कुमार चौधरी पर गंभीर आरोप लगा है. दरभंगा स्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय (एलएनएमयू) के एक दलित कर्मचारी ने पूर्व एमएलसी पर प्रणाम नहीं करने के कारण थप्पड़ मारने का आरोप लगाया है. उसने विश्वविद्यालय थाने में इसकी शिकायत भी दर्ज कराई है. वहीं, जेडीयू नेता और समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष ने आरोपों को खारिज कर दिया है. साथ ही उन्होंने कर्मचारी पर ही दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है.
जेडीयू के पूर्व एमएलसी सह एलएनएमयू के समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष विनोद कुमार चौधरी पर विश्विद्यालय के दलित कर्मचारी प्रमोद कुमार दास ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने ना सिर्फ उसके साथ मारपीट की, बल्कि जातिसूचक शब्दों के साथ गाली गलौज भी किया.
प्रमोद कुमार दास ने विनोद चौधरी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब वह विश्विद्यालय के डिस्टेंस विभाग पहुंचे तो हमने प्रक्रिया का पालन करते हुए उन्हें सारी बातें बताई, जो वह जानना चाहते थे. इसी बीच उन्होंने यह कहते हुए अचानक गुस्से में आ गए कि तुम मुझे प्रणाम तक नहीं किए. मुझे पहचानते नहीं हो कि मैं कौन हूं? साथ ही उसने आरोप लगाया कि गुस्से से लाल-पीला होते हुए वह मारपीट पर उतारू हो गए. इस घटना के बाद आक्रोशित कर्मचारी विनोद चौधरी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए थाने में हंगामा करने लगा. उसने जेडीयू नेता के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है.
वहीं, पूर्व एमएलसी विनोद कुमार चौधरी ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित बताया है. वह खुद भी आरोप लगानेवाले कर्मचारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए थाने पहुंच गए. मीडिया से बात कारते हुए उन्होंने कहा कि आरोप लगाने वाले कर्मचारी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. साथ ही उन्होंने कहा कि जब उनके अंगरक्षक ने बीच बचाव किया तो प्रमोद कुमार दास ने उनके साथ भी मारपीट की. साथ ही हथियार छीनने का भी प्रयास किया.
मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण पुलिस भी फूंक-फूंक कर कदम रख रही है. दरभंगा के एसएसपी बाबूराम ने कहा कि मामला सामने आया है. पुलिस इंस्पेक्टर को तत्काल भेजा गया है और जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी.