Bharat Jodo Nyay Yatra: बिहार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी 30 जनवरी दिन मंगलवार को अपनी पहली रैली करेंगे. इस रैली के जरिए विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (India) को, मजबूत करने की कोशिश करेंगे. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल हो जाने से लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया को बड़ा झटका लगा है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा का बिहार में आज दूसरा दिन हैं. इस मौके पर पूर्णिया जिले में उनकी रैली आयोजित होने जा रही है. अपनी यात्रा के पहले दिन सोमवार को गांधी ने बिहार के किशनगंज जिले में प्रवेश करते हुए निकटवर्ती अररिया में रात्रि प्रवास किया. बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के अनुसार, रैली को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी संबोधित करेंगे. इसके अलावा इंडिया के अन्य घटक दलों के नेताओं को भी रैली के लिए आमंत्रित किया गया है. पार्टी के युवा नेता और प्रखर वक्ता कन्हैया कुमार के भी इस रैली में मौजूद रहने की संभावना है. 


राज्य में कांग्रेस के सबसे पुराने और भरोसेमंद सहयोगी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का प्रतिनिधित्व पार्टी सुप्रीमों लालू प्रसाद के प्रतिनिधियों द्वारा किए जाने की संभावना है. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के अनुसार, लालू और उनके बेटे तेजस्वी यादव दोनों रैली में शामिल होते, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि ईडी द्वारा उन्हें भेजा गया समन उनकी पूर्णिया यात्रा को टालने के लिए ही था.


यह भी पढ़ें:'भगवान का शुक्र है कि यह आदमी चला गया', कांग्रेस नेता जयराम का नीतीश पर तंज


भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी-मार्क्सवादी लेनिनवादी (भाकपा-माले) के राज्य सचिव कुणाल ने पूर्णिया में होने वाली कांग्रेस की रैली में अपनी पार्टी के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य के शामिल होने की पुष्टि की है. राहुल गांधी बिहार में आखिरी बार पिछले साल नीतीश कुमार द्वारा आयोजित भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा लेने आये थे. गांधी ने जनता दल यूनाइटेड (JDU) अध्यक्ष की सीधी आलोचना करने से परहेज किया है.