Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मन बड़ा विचलित नजर आ रहा है. वह NDA में वापस जाएंगे या विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में रहेंगे, इसको अटकलों का दौर जारी है. मुख्यमंत्री के दांव कड़ाके की ठंड में भी सियासी गर्मी को बढ़ा रहे हैं. आज यानी मंगलवार (23 जनवरी) की सुबह-सुबह ही मुख्यमंत्री अचानक से राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मिलने पहुंच गए. राजभवन में दोनों के बीच एक बंद कमरे में तकरीबन 40 मिनट तक बातचीत हुई. इससे एक बार फिर से सियासी पारा चढ़ गया. 


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मुख्यमंत्री के वो 5 कदम जो लालू से उनकी दूरी बढ़ा रहे


1. ललन सिंह से पार्टी की कमान वापस लेना 


लालू यादव से नजदीकी रखने के कारण ही ललन सिंह को अध्यक्ष की कुर्सी से उतारा गया था. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में ललन सिंह ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद नीतीश कुमार के हाथों में पार्टी की कमान आ गई. इसी के साथ नीतीश कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू यादव को बता दिया था कि वह कभी भी कोई भी बड़ा फैसला ले सकते हैं. 


2. कार्यकारिणी से ललन की टीम आउट


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी की कमान संभालने के बाद अपनी नई टीम बनाई है. जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से ललन सिंह के करीबियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. नई टीम से ललन सिंह के करीबी हर्षवर्धन सिंह की टीम नीतीश से छुट्टी कर दी गई है. इसके अलावा रामप्रीत मंडल, गिरधारी यादव, संतोष कुशवाहा, चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, दसई चौधरी, मोहम्मद गुलाम रसूल वालियावी, विजय कुमार मांझी, रामकुमार शर्मा, धनंजय सिंह और कमर आलम राष्ट्रीय महासचिव के पद से हटा दिया गया है. टीम ललन सिंह के एमएलसी रविंद्र प्रसाद सिंह और संजय वर्मा को भी नीतीश की टीम से छुट्टी कर दी गई है.


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3. मंत्रिमंडल में फेरबदल करना


लालू और तेजस्वी ने शुक्रवार (19 जनवरी) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की थी. सीएम से मिलने के बाद तेजस्वी ने मीडिया के सामने 'ऑल इज वेल' की बात कही थी. लेकिन इसके अगले ही दिन नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर दिया. उन्होंने राजद कोटे के तीन मंत्रियों के विभाग बदल दिए. जिन मंत्रियों के विभाग बदले गए उनमें बड़बोले नेता प्रो. चंद्रशेखर यादव भी शामिल हैं. प्रो. चंद्रशेखर को लालू-तेजस्वी को काफी करीबी माना जाता है. 


4. भारत जोड़ो न्याय यात्रा से दूरी


नीतीश कुमार ने राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा से दूरी क्या बनाई, कांग्रेसियों के हौसले बुलंद हो गए. कांग्रेस नेताओं ने कहा दिया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल होंगे. जैसे ही ये खबर मीडिया में आई जेडीयू पार्टी ने तुरंत इस खबर को खारिज कर दिया. जेडीयू नेता खालिद अनवर ने कहा कि कांग्रेस की ओर से अभी तक कोई निमंत्रण नहीं आया है और सीएम के शामिल होने का कोई प्रोग्राम नहीं है. अब मुख्यमंत्री की राज्यपाल से मुलाकात ने सियासत को गरम कर दिया गया है.


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5. राज्यपाल से मुलाकात


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज यानी मंगलवार (23 जनवरी) की सुबह-सुबह अचानक से राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मिलने पहुंच गए. उनके साथ JDU के वरिष्ठ नेता विजय चौधरी भी मौजूद थे. राजभवन में दोनों के बीच एक बंद कमरे में तकरीबन 40 मिनट तक बातचीत हुई. महागठबंधन के नेता इस मुलाकात को आगामी बजट सत्र से जोड़ रहे हैं. वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर जारी है. सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार की बीजेपी से डील सीधे राजभवन के जरिए हो रही है.