चाईबासा: झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने झारखंड के आदिवासियों और मूलवासियों के लिए कोई काम नहीं किया है, इसलिए उसे यहां लोगों से वोट मांगने का अधिकार नहीं है. सोरेन शनिवार की शाम सिंहभूम लोकसभा क्षेत्र के चक्रधरपुर में झामुमो प्रत्याशी जोबा मांझी के समर्थन में आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे.


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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिंहभूम में अपने प्रत्याशी का प्रचार करने आए, लेकिन उन्होंने यहां के लोगों के मुद्दों और भावनाओं से जुड़े विषयों पर एक शब्द नहीं कहा. यहां के आदिवासी “हो” भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं, लेकिन वे इस पर चुप रहे. सरना आदिवासियों के अलग धर्म कोड से लेकर वन अधिकार और झारखंड के स्थानीय लोगों के लिए भी पीएम ने कुछ नहीं कहा. स्थानीय नीति 1932 के खतियान से यहां के लोगों की पहचान हो, उस पर भी केंद्र सरकार ने चुप्पी साध ली है. चंपई सोरेन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग झारखंड के लोगों को आपस में लड़ाने का काम कर रहे हैं, जबकि इंडी गठबंधन जोड़ने का काम कर रहा है.


सीएम ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा एक समुदाय को दूसरे समुदाय से लड़ाकर सत्ता में काबिज रहने की राजनीति करती है, लेकिन लोग उनकी सच्चाई समझ चुके हैं. अब झारखंड की जनता उनके झांसे में नहीं आने वाली. इस बार राज्य की 14 सीटों में से एक भी सीट पर भाजपा को नहीं जीतने देंगे. मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि केंद्र में भाजपा की झूठ और जुमलेबाजी की सरकार है. मोदी सरकार ने आदिवासियों और मूलवासियों के हित में एक भी काम नहीं किया है. उन्होंने भाजपा सरकार पर वन अधिकार कानून और मानकी मुंडा व्यवस्था को शिथिल करने का आरोप लगाया.


इनपुट- आईएएनएस


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