Bihar Lok Sabha Election 2024: लोकतंत्र के सबसे बड़े महापर्व का शंखनाद हो चुका है. शनिवार (16 मार्च) को मुख्य चुनाव आयुक्त ने लोकसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा कर दी है. लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. चुनावों का बिगुल भी बज चुका है, लेकिन अभी तक न तो एनडीओ और न ही इंडिया ब्लॉक में सीटों का बंटवारा हो सका है. उम्मीद की जा रही है कि एक-दो दिन के अंदर ही दोनों खेमो में सीट शेयरिंग का कोई ना कोई फॉर्मूला निकल आएगा. इस बीच बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने महागठबंधन में तेजस्वी यादव के सामने 10 सीटों की डिमांड की है. 


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उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राज्य में 10 से अधिक लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहेगी. पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 10 सीटों पर किस्मत आजमाई थी. इतना ही नहीं अखिलेश सिंह ने केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस को भी महागठबंधन में आने का ऑफर दिया है. उन्होंने कहा कि अगर पशुपति पारस हमारे साथ हाथ मिलाना चाहें, तो उनका स्वागत है. अखिलेश सिंह का ये बयान ऐसे समय आया है जब एनडीए में पशुपति पारस नाराज चल रहे हैं. 


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बता दें कि एनडीए खेमे में अभी नाराजगी और मान मनौव्वल का दौर जारी है. बीजेपी ने चिराग पासवान को सेट कर लिया तो उनके चाचा पशुपति पारस नाराज हो गए हैं. खबरों के मुताबिक बीजेपी पशुपति पारस की रालोजपा को एक भी सीट देने के मूड में नहीं है. इसको लेकर ही मोदी सरकार में मंत्री पशुपति पारस ने मोर्चा खोल दिया है और कहा कि बीजेपी उनके साथ अन्याय किया गया है.


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पशुपति पारस ने साफ कहा है कि उनके पास सारे विकल्प खुले हैं. इसके बाद से महागठबंधन की ओर से उनपर डोरे डाले जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, राजद नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की ओर से भी पशुपति पारस को अपने खेमे में शामिल करने की कोशिश चल रही है.