दुमका लोकसभा सीट बचाने में जुटी बीजेपी, शिबू सोरेन को हराकर सुनील सोरेन ने लहराया था जीत का परचम
Dumka Lok Sabha Seat: दुमका लोकसभा का चुनाव 1 जून को अंतिम चरण में होना है, लेकिन बीजेपी अपनी दुमका लोकसभा सीट को बचाने के लिए लगातार रणनीति बनाने में जुटी है. क्योंकि जेएमएम ने इस बार शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन पर भरोसा जताया है.
Dumka Lok Sabha Seat: झारखंड की दुमका लोकसभा सीट बीजेपी लिए सियासी नाक की लड़ाई बन गई है. अब इस सीट को बचाने के लिए भारतीय जनता पार्टी जुट गई है. पिछले 2019 के चुनाव में बीजेपी के सुनील सोरेन ने शिबू सोरेन को हराकर सांसद बने, लेकिन इस बार दुमका के राजनीति मैदान में बीजेपी ने जेएमएम से तोड़कर शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन को प्रत्याशी बनाया है. सांसद सुनील सोरेन का नाम पहले बीजेपी की ओर से तय किया गया, लेकिन बाद में बीजेपी केंद्रीय कोर कमिटी ने सीता सोरेन को दुमका लोकसभा से टिकट दे दिया.
चुनाव 1 जून को अंतिम चरण में होगा
दुमका लोकसभा का चुनाव 1 जून को अंतिम चरण में होना है, लेकिन बीजेपी अपनी दुमका लोकसभा सीट को बचाने के लिए लगातार रणनीति बनाने में जुटी है. क्योंकि जेएमएम ने इस बार शिकारीपाड़ा के विधायक नलिन सोरेन पर भरोसा जताया है. बीजेपी लोकसभा क्षेत्र से कैसे अधिक से अधिक वोट बटोर सके. इसको लेकर बाबू लाल मरांडी ने बीजेपी लोकसभा कार्यालय में तीन विधानसभा क्षेत्र दुमका, शिकारीपाड़ा और जामा के कोर कमिटी के कार्यक्रताओं के साथ बैठक किया.
दुमका लोकसभा से बीजेपी प्रत्याशी सीता सोरेन
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री बाबू लाल मरांडी लोकसभा चुनाव में जीत सुनिश्चित कैसे हो इसको लेकर कार्यकर्ताओं के बीच रणनीति बनाने पहुंचे. बीजेपी के इस अहम बैठक में दुमका लोकसभा सीट से प्रत्याशी सीता सोरेन मौजूद रहीं.
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दुमका की जनता ने बीजेपी पर भरोसा जताया-मरांडी
पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश अध्यक्ष बीजेपी बाबूलाल मरांडी ने कहा कि यहां की जनता ने बीजेपी पर भरोसा जताया है. इस बार भी बीजेपी पर भरोसा दिखाते हुए जीत हमें ही मिलेगी. बीजेपी 365 दिन काम करती है, लेकिन दूसरे दल इसी चुनाव में आकर चुनाव मैदान में खड़े हो जाते है और बाकी समय करप्शन करने में लगे रहते हैं, आज सब के सामने है. झारखंड में किस तरह लॉ एंड आर्डर बिगड़ा हुआ है कोई लोग सुरक्षित नहीं है. झारखंड में पिछले बार 14 मे से 12 सीट बीजेपी के पास थी, लेकिन इस बार 14 मे से 14 सीट बीजेपी के पास होगी.
रिपोर्ट: सुबीर चटर्जी