Jharkhand News: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ठिकाने को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कार्यालयों में बड़ी चिंता पैदा हो गई, क्योंकि एजेंसी तलाशी के लिए उनके दिल्ली स्थित आवास पर पहुंची. तब सोरेन घर पर नहीं थे और एजेंसी ने तलाशी लेने के बाद कुछ दस्तावेज और उनकी बीएमडब्ल्यू कार जब्त कर ली, जिनके बारे में उनका दावा है कि ये अवैध धन का उपयोग करके खरीदी गई थीं.


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अब तक मुख्यमंत्री पूछताछ के लिए सात समन टाल चुके हैं और सूत्रों ने कहा कि वह ईडी के समन को अदालत में चुनौती देने की तैयारी कर रहे हैं. जांच टीम झारखंड भवन और मोतीलाल नेहरू मार्ग स्थित आवास पर गयी, लेकिन सोरेन वहां भी नहीं मिले. उनका चार्टर्ड प्लेन दिल्ली एयरपोर्ट पर ही खड़ा रहा.


एजेंसी के कुछ अधिकारी देर रात तक उनके घर और एयरपोर्ट के बाहर डेरा डाले हुए थे. हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय से एक मेल ईडी के पास पहुंचा, जिसमें उन्हें सूचित किया गया कि वे 31 जनवरी को दोपहर 1 बजे. उन्हें आवंटित समय के आखिरी दिन रांची में उनके घर पर पूछताछ कर सकते हैं. सूत्रों ने कहा कि हेमंत सोरेन ईडी के समन को चुनौती देने के लिए 30 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं. भूमि सौदे के सिलसिले में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनसे आखिरी बार 20 जनवरी को रांची में पूछताछ की गई थी.


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सूत्रों ने कहा कि धन शोधन निवारण अधिनियम या पीएमएलए के तहत, किसी भी गिरफ्तारी से पहले किसी व्यक्ति का बयान दर्ज किया जाना चाहिए. अगर हेमंत सोरेन का अनुपालन संदेह में है तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है. दरअसल, जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि 600 करोड़ रुपये के घोटाले में सरकारी जमीन के स्वामित्व को बदलने के लिए एक बड़ा रैकेट शामिल है, जिसे बाद में बिल्डरों को बेच दिया गया.