पटना: बिहार में सियासी हलचल मची हुई है. कयास लगाए जा रहे हैं कि JDU और RJD के बीच रिश्ते कुछ ठीक नहीं चल रहे हैं. इसी बीच  JDU कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने महा गठबंधन में डिजास्टर मैनेजमेंट का जिम्मा संभाला है. वो लगातार तेजस्वी यादव और नीतीश के संपर्क में हैं. कैबिनेट मीटिंग में भी वो नीतीश कुमार के साथ ही निकले थे. जानकारी के अनुसार वो लगातार तेजस्वी यादव से बात कर रहे हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

मंत्री मदन साहनी ने कही ये बात 


इसी कड़ी में बिहार सरकार के मंत्री मदन साहनी ने जी मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार में सब कुछ ठीक है और सब कुछ ठीक होना और नहीं होने का कोई संबंध कैबिनेट बैठक से नहीं है. मदन साहनी ने कहा कि कैबिनेट में एजेंडा ना के बराबर थे जिस कारण कैबिनेट कम समय के लिए चली कैबिनेट की बैठक में कोई विशेष प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हुई आगामी वर्ष के बजट और राज्यपाल के कार्यक्रम पर मात्र चर्चा हुई. 


रोहिणी आचार्य के ट्वीट ने दी थी हवा 


बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रख्यात समाजवादी नेता कर्पूरी ठाकुर का हवाला देकर बुधवार को इस बात को रेखांकित करने की कोशिश की कि वह अपने वर्तमान और पूर्व सहयोगियों की तुलना में अपनी अलग छवि रखते हैं. जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष कुमार ने यहां अपने विचारक और गुरु कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती मनाने के लिए आयोजित पार्टी की रैली में इस आशय की टिप्पणी की. जद(यू) कार्यकर्ताओं और नेताओं को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘आप सभी को याद रखना चाहिए कि अन्य चीजों के अलावा, कर्पूरी ठाकुर को कभी भी अपने प्रभाव का इस्तेमाल नहीं करने के लिए याद किया जाएगा. कर्पूरी जी ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया।’’ मुख्यमंत्री कुमार ने कहा, ‘‘उन्हीं से सीखकर मैंने भी आज तक अपने परिवार के किसी सदस्य को नहीं बढ़ाया है। दूसरे दलों के नेता अपने परिवार वालों को पहले आगे बढ़ाते हैं,’


जिसके बाद रोहिणी आचार्य ने कई ट्वीट किये थे. इस ट्वीट में उन्होंने इशारों में नीतीश कुमार पर ही निशाना साधा था. उन्होंने लिखा था, "अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां... इसके अलावा उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, खीज जताए क्या होगा,जब हुआ न कोई अपना योग्य,विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट. इसके बाद उन्होंने लिखा, "समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है,हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है.