Bihar News: जदयू नेता नरेंद्र नारायण यादव को 23 फरवरी दिन शुक्रवार को बिहार विधानसभा का निर्विरोध उपाध्यक्ष चुना गया. यह पद 21 फरवरी दिन बुधवार को उनकी पार्टी के ही महेश्वर हजारी के इस्तीफे के बाद खाली हो गई थी. इस पद के लिए चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने उन्हें बधाई दी.


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उपाध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र भरने के बाद यादव ने पत्रकारों से कहा था कि उन्हें जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे वे निभाते रहे हैं. उन्होंने कहा था कि सत्ता पक्ष और विपक्ष के बेहतर समन्वय के साथ सदन का संचालन किया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति उन्होंने आभार जताया. उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन पर जो विश्वास जताया है. इसके लिए वो पार्टी के प्रति आभारी हैं.


नरेंद्र नारायण यादव का राजनीतिक करियर काफी लंबा रहा है. वह मधेपुरा के बालाटोला के रहने वाले हैं. उन्होंने जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत की थी. 73 वर्षीय नरेंद्र नारायण यादव मधेपुरा जिला की आलमनगर सीट से विधायक हैं. इस क्षेत्र वह 1995 से लगातार चुनाव जीत रहे हैं.


इस बार विधानसभा में उनका सातवां टर्म है. साफ और ईमानदार छवि के नरेंद्र नारायण राज्य कैबिनेट में मंत्री रह चुके हैं. 2005 से 2015 तक विभिन्न विभागों में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. पंचायती राज मंत्री के तौर पर उन्होंने काफी काम किया था. 


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जदयू सूत्रों के अनुसार, महेश्वर हजारी, जो साल 2021 से इस पद पर थे, उनको नीतीश सरकार में कैबिनेट में शामिल किए जाने या आगामी लोकसभा चुनावों में पार्टी के टिकट के लिए विचार किए जाने की संभावना है.