ED Rail In Ranchi: रांची में ईडी की छापेमारी में कैश बरामद होने के बाद आसपास के लोग भी हैरान हैं. लोगों का कहना है कि कभी लगा नहीं था कि हमारे इलाके में भी किसी के पास इतने पैसे होंगे. सोमवार अहले सुबह रांची के 9 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की, जिसमें मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर आलम के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है. जहांगीर आलम के ठिकाने से ईडी की टीम ने 25 करोड़ कैश बरामद किए. अभी भी 9 ठिकानों पर छापेमारी चल रही है. नोटों का अंबार देखकर पीएनबी के अधिकारियों को नोट काउंटिंग मशीन लेकर जहांगीर आलम के ठिकाने पर बुलाया गया. बताया जा रहा है कि 25 से 30 करोड़ रुपये कैश बरामद किए गए हैं.


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वहीं मंत्री आलमगीर आलम ने इस पूरे मामले से अपना पल्ला झाड़ लिया है. भारी मात्रा में कैश की बरामदगी को लेकर आलमगीर आलम ने कहा कि उन्हें टीवी के माध्यम से इसकी जानकारी हुई है. मीडिया से बात करते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि संजीव लाल एक सरकारी मुलाजिम हैं और हमारे पीएस हैं. हम पीएस का चुनाव अनुभव के आधार पर करते हैं. जो आप देख रहे हैं, वहीं हम भी टीवी के माध्यम से देख रहे हैं. ED का क्या निष्कर्ष आएगा, वह देखा जाएगा.


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उधर इस मामले में अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है. जेडीयू राज्यसभा सांसद संजय झा ने इस मामले में कांग्रेस और जेएमएम पर जोरदार हमला बोला है. संजय झा ने कहा कि इससे पहले भी झारखंड में नोटों का पहाड़ लोग देख चुके थे. विपक्ष के लोगों का इस स्केल पर पैसे कमाना देश की जनता के नजर में आ गया है. उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में देश की जनता सारा हिसाब लेने वाली है. बता दें कि पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और कारोबारी धीरज साहू के ठिकानों से आईटी ने 350 करोड़ से ज्यादा कैश बरामद किया था. पीएम मोदी जब झारखंड में चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब उन्होंने भी करप्शन का मुद्दा उठाया था.