Jharkhand Political Crisis: झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ गठबंधन (Mahagathbandhan) के सभी विधायकों को राज्य की राजधानी रांची (Ranchi) नहीं छोड़ने का निर्देश जारी किया गया है. साथ ही राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति (Jharkhand Political Crisis) पर चर्चा के लिए 30 जनवरी दिन मंगलवार को एक बैठक में हिस्सा लेने को कहा गया है. 


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झामुमो ने बुलाई बैठक
झामुमो के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री आवास में प्रस्तावित बैठक मौजूदा राजनीतिक स्थिति (Jharkhand Political Crisis) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से 31 जनवरी दिन बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) से प्रस्तावित पूछताछ को लेकर रणनीति पर चर्चा करने के लिए बुलाई गई है. ईडी को भेजे गए ईमेल में सीएम सोरेन (CM Hemant Soren) ने 31 जनवरी को दोपहर एक बजे अपने आवास पर अपना बयान दर्ज कराने पर सहमति जताई.


रांची में रहेंगे सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायक 
झामुमो महासचिव और प्रवक्ता विनोद कुमार पांडे ने बताया कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति (Political Crisis) को देखते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के सभी विधायकों को रांची में रहने का निर्देश है. झामुमो, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सत्तारूढ़ गठबंधन (Mahagathbandhan) के सदस्य दल हैं. 


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मुख्यमंत्री के आवास पर मौजूद थे विधायक
विनोद कुमार पांडे ने कहा कि वे भविष्य की कार्रवाई पर चर्चा करने के लिए 30 जनवरी दिन मंगलवार को मिलेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या मुख्यमंत्री रांची लौट आये हैं, विनोद कुमार पांडे ने बताया कि ने अनभिज्ञता जतायी. दिल्ली में सोरेन (CM Hemant Soren) के आवास पर ईडी की टीम के दौरे के मद्देनजर सत्तारूढ़ दल के विधायक 29 जनवरी, सोमवार को देर रात तक मुख्यमंत्री के आवास पर मौजूद थे.


बता दें कि इन सबके बीच झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि वह मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) को ईडी का समन मिलने के मद्देनजर राज्य की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. सथ ही वह समय आने पर फैसला करेंगे. आगे क्या करना है.


इनपुट: भाषा