Giridih: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की पत्नी कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने 2 मई, 2024 दिन गुरुवार को कहा कि उनके पति की गिरफ्तारी अप्रत्याशित थी और इससे झारखंड मुक्ति मोर्चा और परिवार को झटका लगा. कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने कहा, 'झुकना आदिवासियों के डीएनए में नहीं है और हेमंत सोरेन (Hemant Soren) मजबूत होकर उभरेंगे'. उन्होंने (Kalpana Soren) कहा कि हमें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है और हम इंतजार कर रहे हैं कि हेमंत जमानत पर बाहर आएं और लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करें. वह निर्दोष हैं और केंद्र की बीजेपी सरकार ने उन्हें पूर्व नियोजित साजिश के तहत फंसाया है. पार्टी के नये चेहरे के तौर पर उभरीं कल्पना ने बीजेपी को एक अत्याचारी ताकत करार दिया जो विपक्ष पर अत्याचार करने पर आमादा है. 


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कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने कहा कि जब आप गरीबों, आदिवासियों और दलितों के लिए काम करने वाले विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर रहे हैं तो संविधान कैसे बचेगा? वे (बीजेपी) केवल झूठ बोलते हैं. भगवा पार्टी के 400 प्लस नारे ने यहां का तापमान 400 डिग्री से ऊपर पहुंचा दिया है. झारखंड के लोग बीजेपी सरकार के खिलाफ गुस्से में हैं और इस अत्याचारी ताकत को उखाड़ फेंकेंगे जो इसके समृद्ध खनिज संसाधनों को लूट रही है. 


पति के 90 दिनों से अधिक समय तक जेल में बंद रहने पर कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने कहा कि मेरा एक सवाल है कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) की सभी कार्रवाई केवल विपक्ष शासित राज्यों में ही क्यों होती है? परिवार में दरार पर कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने कहा कि पूरी एकता है. 29 अप्रैल को गांडेय उपचुनाव के लिए मेरे नामांकन के दौरान हेमंत जी के भाई वहां थे. अपनी भाभी सीता सोरेन के पार्टी छोड़ने पर कल्पना ने कहा कि झामुमो से अलग होने का फैसला उनका था और मेरी शुभकामनाएं हमेशा उनके साथ हैं.  


कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) को इस साल की शुरुआत में सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकर्ताओं में एक नया जोश भरने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने कहा कि राजनीति कभी भी उनकी पसंद नहीं रही, लेकिन परिस्थितियों ने उन्हें इसमें धकेल दिया. कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने कहा कि मैं अन्याय और तानाशाही ताकतों के खिलाफ लड़ूंगी क्योंकि झुकना आदिवासियों के डीएनए में नहीं है. मैं अपने पति के नक्शेकदम पर चलूंगी. उन्होंने अपने मूल्यों से समझौता करने के बजाय कारावास का रास्ता चुना. मैं उनकी अर्धांगिनी हूं और यह सुनिश्चित करूंगी कि अत्याचारी ताकतों को करारा जवाब मिले.


उन्होंने कहा कि ईडी द्वारा मेरे पति की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित थी और उन्हें बीजेपी में शामिल होने के लिए मजबूर करने की साजिश का हिस्सा थी. उनकी गिरफ्तारी केंद्र सरकार की उन्हें डराने, धमकाने और अपमानित करने की साजिश का हिस्सा है, लेकिन चुनाव में उन्हें करारा जवाब मिलेगा. कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) ने 29 अप्रैल को गांडेय विधानसभा उपचुनाव के लिए झामुमो उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया. इस सीट के लिए राज्य में संसदीय चुनाव के साथ 20 मई को मतदान होना है. 


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दरअसल, गिरिडीह जिले की सीट झामुमो विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे के बाद खाली हुई है. एमटेक और एमबीए जैसी व्यावसायिक योग्यता रखने वाली गृहिणी कल्पना ने अपनी स्कूली शिक्षा ओडिशा के मयूरभंज जिले के बारीपदा से पूरी की और भुवनेश्वर में इंजीनियरिंग और एमबीए की डिग्री प्राप्त की. उनकी राजनीतिक यात्रा 4 मार्च को यहां झामुमो के 51वें स्थापना दिवस समारोह से शुरू हुई, जब उन्होंने दावा किया कि 2019 में हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के सत्ता में आने के बाद से उनके विरोधियों द्वारा एक साजिश रची गई थी. 


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हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को प्रवर्तन निदेशालय ने 31 जनवरी को भूमि घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले में गिरफ्तार किया था. कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) की उम्मीदवारी के बारे में अटकलें दिसंबर में अहमद के इस्तीफे के बाद उठीं. बीजेपी ने दावा किया कि ईडी द्वारा उनके पति को समन जारी किए जाने की स्थिति में कल्पना की उम्मीदवारी को सुविधाजनक बनाने के लिए ऐसा किया गया था. हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने हालांकि तब कल्पना सोरेन (Kalpana Soren) के गांडेय से चुनाव लड़ने की अफवाहों को खारिज कर दिया था और इसे बीजेपी की मनगढ़ंत कहानी बताया था.


इनपुट: भाषा