Bihar Political Crisis: बिहार की राजनीति से बड़ी एक और खबर सामने आ रही है. बताया जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव ने नीतीश कुमार से फोन पर बातचीत की है. सूत्रों के अनुसार, राजद की ओर से महागठबंधन सरकार को बचाने में कोई कसर नहीं छोड़ा जाएगा. गठबंधन बचाने के लिए राजद सरकार से बाहर रहकर भी समर्थन दे सकती है. राजद को पता है कि आज के माहौल में सिर्फ़ मुस्लिम यादव समीकरण से चुनाव जीतना नामुमकिन है. नीतीश के साथ रहने पर आरजेडी को अति पिछड़ा वोट और महिला वोट मिल सकता है. वर्तमान राजनीतिक हालात को देखते हुए ही रोहिणी आचार्य से ट्वीट डिलीट करवाया गया है. इसलिए राजद के नेता दावा कर रहे हैं कि वर्तमान में सरकार को कोई खतरा नहीं है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू अब राजद के साथ सरकार ज्यादा दिन रखने के पक्ष में नहीं है. जेडीयू और नीतीश कुमार को इस बात का डर सता रहा है कि राजद उसके 12 विधायकों को तोड़कर सरकार बना सकता है. इससे पहले भी पटना में 12 विधायकों की मीटिंग की खबर सामने आ चुकी है. इस समय राजद के पक्ष में जो सबसे बड़ी बात है, वो यह कि विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चैधरी हैं, जो राष्ट्रीय जनता दल के विधायक हैं. ऐसे में जेडीयू के विधायकों में तोड़फोड़ मचाना राजद के लिए आसान हो सकता है. 


ये भी पढ़ें: भाजपा का हो सकता है अपना सीएम, केंद्र में मंत्री बनाए जा सकते हैं नीतीश कुमार


राजद की ओर से यह भी कोशिश हो सकती है कि एक बार सरकार बन जाए तो मामला कोर्ट में चला जाएगा. उसके बाद महीनों तक केस चलेगा, जिसे हैंडल कर लिया जाएगा. इस तरह नीतीश कुमार को अपने विधायक और सरकार दोनों गवानी पड़ सकती है. इससे बेहतर है बीजेपी के साथ हाथ मिला लिया जाए. पर ये बीजेपी की शर्तों पर और नीतीश का सम्मान भी बरकरार रखते हुए हो, जेडीयू की यही कोशिश है.