Bihar News: बिहार के पूर्व मुख्यंमत्री लालू यादव का बुरा वक्त चल रहा है. कल (रविवार, 28 जनवरी) को उनके हाथों से सत्ता फिसली और आज ही ईडी ने पूछताछ के लिए बुला लिया. नौकरी के बदले जमीन घोटाले में अब लालू यादव के बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से भी पूछताछ होगी. ईडी ने तेजस्वी को कल (मंगलवार, 30 जनवरी) को दफ्तर बुलाया है. इससे पहले तेजस्वी यादव को 22 दिसंबर और पांच जनवरी को समन जारी किया गया था लेकिन वो पेश नहीं हुए थे. ईडी ने आज लालू यादव से पूछताछ की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

लालू प्रसाद यादव आज अपनी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के साथ आज सोमवार को पटना में स्थित ईडी दफ्तर पहुंचे थे. जहां उनसे पूछताछ हुई. लालू जब ईडी दफ्तर पहुंचे तो वहां राजद समर्थकों की भीड़ लग गई. राजद अध्यक्ष जितनी देर ईडी कार्यालय के अंदर रहे, बाहर पार्टी के कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे. इस दौरान दफ्तर के बाहर खड़ी मीसा भारती ने मीडियाकर्मियों से कहा कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है. सबकुछ आपके सामने है. आप सब देख रहे हैं. देश देख रहा है. मीसा ने कहा कि आपको भी पता है कि उनको (लालू यादव) पकड़कर उठाना पड़ता है, बैठाना पड़ता है. इसके बाद भी मुझे उनके साथ बैठने की इजाजत नहीं दी गई. 


ये भी पढ़ें- Bihar Budget 2024: महागठबंधन सरकार ने तैयार किया अब NDA सरकार पेश करेगी बिहार का बजट


ईडी की पूछताछ पर एनडीए सरकार पर हमला करते हुए मीसा भारती ने कहा कि इसमें कोई नई बात नहीं है. जब उनको लगता है कि अब बस भेज दो उनके परिवार को समन तो वो भेज देते हैं. वह इस तरह का ग्रीटिंग कार्ड भेज देते हैं. मीसा ने कहा कि इससे सिर्फ हमारा ही परिवार नहीं, बल्कि देश में जितने भी विपक्ष के लोग हैं, सभी को परेशान किया जा रहा है. विपक्ष में जो लोग उनके साथ नहीं आ रहे हैं, उनको ये समन भेज देते हैं. उधर लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बिना तीखा हमला किया है. 


उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मेरे पापा को आज कुछ हुआ तो इसका जिम्मेदार गिरगिट के साथ साथ सीबीआई-ईडी और इनके मालिक होंगें. रोहिणी ने अपने दूसरे ट्वीट में ईडी के अधिकारियों को कोसते हुए लिखा कि 'सब को पता है पापा की हालात, बिना सहारे चल नहीं सकते. फिर भी बिना उनके सहायक के गेट के अंदर घुसा लिया. request करने के बाद भी नहीं जाने दिया मिसा दी या उनके एक सहायक को. pls आप लोग मेरी मदद करें.'


ये भी पढ़ें- हाय रे किस्मतः राहुल गांधी जहां हाथ डालते हैं, चौपट हो जाता है!


बता दें कि नौकरी के बदले जमीन घोटाले का मामला 2004 से 2009 के बीच का है. उस वक्त आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे. उन पर आरोप है कि रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने में बड़ा घोटाला हुआ था. कम दाम पर महंगी जमीन ली गई थी. इसी मामले में ईडी जांच कर रही है.