Bihar Congress: क्या थी कांग्रेस और क्या होती चली जा रही है. एक वो समय था, जब बिहार समेत अधिकांश राज्यों की अधिक से अधिक सीटों पर कांग्रेस का ही कब्जा होता था और बाकी दल एक एक सीट को तरस जाते थे. आज हालात एकदम उलट हैं. आज कांग्रेस कई राज्यों में एक एक सीट के लिए तरस रही है. अब बिहार की ही बात करते हैं. बिहार में महागठबंधन को लालू प्रसाद यादव लीड कर रहे हैं और उन्होंने कांग्रेस को लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए 9 सीटें दी हैं. लालू प्रसाद यादव ने यहां पर कांग्रेस के साथ बड़ा खेला कर दिया. दरअसल, लालू ने कांग्रेस को वो 9 सीटें दी हैं, जिनमें से 7 सीटों पर तो कांग्रेसियों को ही नहीं पता होगा कि आखिरी बार उनको वहां कब जीत मिली थी. 9 में से केवल किशनगंज सीट ही ऐसी है, जहां कांग्रेस का सीटिंग सांसद है और एक सीट पर 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी को आखिरी बार जीत नसीब हुई थी. 6 सीटों पर तो अंतिम बार 1984 के सहानुभूति लहर में कांग्रेस प्रत्याशी जीते थे. एक सीट ऐसी है, जहां कांग्रेस को तो जीत नहीं मिली लेकिन 2014 में जिस प्रत्याशी को जीत हासिल हुई थी, अब वो कांग्रेस की ओर से ताल ठोक रहे हैं. आइए, सबसे पहले जान लेते हैं कि कांग्रेस को वो कौन सी 9 सीटें मिली हैं और फिर बारी बारी से उस सीट के बारे में आपको जानकारी देंगे. 


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