पटना: बिहार की राजनीति से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. एआईएमआईएम ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा फैसला किया है. पार्टी ने सीमांचल में किशनगंज के अलावा की किसी सीट पर फिलहाल चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. यह फैसला पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने लिया है. गुरुवार को इस बात की जानकारी एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने दी. उन्होंने कहा कि पार्टी की तरफ से बिहार में किशनगंज के साथ साथ अररिया,  पूर्णिया, कटिहार सहित कुल 13 लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया गया था. किशनगंज सीट से नामांकन कर चुका हूं.


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अख्तरुल ईमान ने कहा कि एआईएमआईएम नेता आदिल हसन के नाम का ऐलान कटिहार सीट के लिए किया गया था, लेकिन आदिल हसन को पार्टी ने किशनगंज का इलेक्शन एजेंट बनाया है इसलिए वो इस बार कटिहार से चुनाव नहीं लड़ेंगे. वहीं, उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा करने के बाद बिहार में पार्टी और किस-किस सीटों पर चुनाव लड़ेगी उसका निर्णय लिया जाएगा. एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि एआईएमआईएम पूर्णिया, अररिया, कटिहार सीट पर उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी. पार्टी इन लोकसभा सीटों पर किसका समर्थन करेगी इस बारे आगे निर्णय लिया जाएगा.


बता दें कि ओवैसी की पार्टी ने पहले मुस्लिम बहुल सीमांचल की सभी चारों सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया था. इससे पहले पार्टी ने बिहार की 11 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था. इसके बाद राज्य की पांच और सीट गोपालगंज, शिवहर, दरभंगा, वाल्मीकि नगर और मधुबनी पर लड़ने का फैसला किया. वहीं, सीमांचल में किशनगंज छोड़कर अब किसी भी सीट पर पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ने का निर्णय लिया है. ऐसा माना जा रहा है कि एआईएमआईएम इस फैसले से सीधा महागठबंधन को फायदा होगा.


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