MLA Mehboob Alam: बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी दल के नेता अपने बयानों से अपनी ही मर्यादा को तार-तार करते दिखाई दे रही है. हर दिन नेताओं के ऐसे बयान सामने आ रहे हैं, जिसकी वजह से सियासी माहौल पूरी तरह से गर्मा जाता है. पूर्णिया में महागठबंधन की चुनावी सभा को संबोधित करते हुए माले विधायक महबूब आलम के बोल बिगड़ गए. उन्होंने बीजेपी नेताओं को सावरकर और गोडसे की औलाद बताया.


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माले विधायक महबूब आलम ने बीजेपी, पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ खुलकर अशब्दों का प्रयोग किया. उन्होंने केंद्र सरकार को सांप्रदायिक और फासीवादियों की सरकार बताया. इतनी ही पीएम मोदी को सबसे बड़ा जुमलेबाज बताया. अमित शाह का नाम लेकर बीजेपी नेताओं को अंग्रेजों का तलवा चाटने वाला बताया. 


महबूब आलम ने कहा, इन लोगों ने जो वादा किया था आज उस वादे का हिसाब लेना है. साल 2022 तक किसानों की आय को दो गुना करने के वादे का क्या हुआ?, हर साल 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने के वादे का क्या हुआ? सबका साथ सबका विकास के वादे का क्या हुआ? उन्होंने कहा कि बीजेपी ने 10 साल के शासनकाल में सिर्फ देश को बेचने का काम किया है. 


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महबूब आलम ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. वह यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा, इन लोगों ने सीमांचल को टारगेट किया है, जो कश्मीर का हाल इन लोगों ने किया है. वहीं, हाल अब सीमांचल की करेंगे. उनकी नजर इधर ही है. अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया को टारगेट किया जा रहा है, आखिर क्यों?


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बता दें कि इससे पहले 22 अप्रैल को ही बीजेपी नेता और बिहार सरकार के डिप्टी सीएम विजय कुमार ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के यार देश के नाजायज औलाद हैं. साथ ही राजद के दोस्त आतंकवादी, भ्रष्टाचारी और अपराधी हैं. विजय सिन्हा ने कहा कि तेजस्वी यादव जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. वह राजनीति का दुर्भाग्य है.