Modi Cabinet 3.0: देश में तीसरी बार एनडीए की सरकार बन गई है. रविवार (09 जून) को पीएम मोदी का शपथ ग्रहण समारोह भी पूरा हो गया. पीएम मोदी के साथ उनके कुल 72 मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की. इनमें 30 कैबिनेट मंत्री, 5 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और 36 राज्य मंत्री हैं. बिहार की करें करें तो प्रदेश से कुल 8 मंत्री बनाए गए हैं. इनमें से 6 लोकसभा सांसद है तो दो राज्यसभा सांसद हैं. पीएम मोदी ने अपनी कैबिनेट में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों का विशेष ध्यान रखा है. मोदी ने अपनी टीम में नित्यानंद राय और गिरिराज सिंह को फिर से रिपीट किया है, जबकि 6 मंत्री नए चेहरे हैं. बिहार में अगर जाति के तौर पर देखें तो राजपूत को साइड कर दिया गया है. राजपूत जाति से केंद्र में इस बार एक भी मंत्री नहीं बने हैं.


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जेडीयू कोटे से कैबिनेट मंत्री बनने वाले ललन सिंह भूमिहार समाज से आते हैं, तो राज्य मंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले रामनाथ ठाकुर अति पिछड़ा (नाई जाति) से आते हैं. वह पूर्व मुख्यमंत्री और भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं. भूमिहार समाज से आने गिरिराज सिंह को कैबिनेट मंत्री तो वहीं यादव वोट को साधने के लिए नित्यानंद राय को फिर से राज्य मंत्री बनाया गया है. इसके अलावा बीजेपी से आने वाले सतीश चंद्र दुबे को राज्य मंत्री बनाया गया है. वह ब्राह्मण जाति से आते हैं. 


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बिहार में बीजेपी ने  मल्लाह जाति से आने वाले राजभूषण निषाद को भी मंत्री बनाया है. इसके अलावा महादलित से हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के संरक्षक और सांसद जीतन राम मांझी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. दलित समाज के पासवान जाति से आने वाले चिराग पासवान को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. मोदी कैबिनेट में बिहार के दो नामों ने सबसे ज्यादा चौंकाया इनके नाम- मुजफ्फरपुर से बीजेपी सांसद डॉ राजभूषण चौधरी निषाद और बीजेपी के राज्यसभा सांसद सतीशचन्द्र दुबे हैं.