Bihar Airports: बिहार की नीतीश सरकार प्रदेश में एयरपोर्ट्स की संख्या को तेजी से विस्तार करने पर काम कर रही है. नीतीश कुमार सरकार ने शुक्रवार (15 मार्च) को बड़ा फैसला लिया है. लोकसभा चुनाव की घोषणा होने से पहले शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक अहम रही. इस बैठक में सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी सहित 108 प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है. बैठक में बिहार सरकार के कर्मचारियों और सरकारी पेंशन भोगियों को बढ़ती महंगाई से राहत देते हुए चार फीसदी डीए में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है. बैठक में फैसला लिया गया कि मुख्यमंत्री के गृह जिला यानी नालंदा में भी इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाया जाएगा. इसके साथ ही राजगीर में एयरपोर्ट बनाए जाने पर मुहर लगी और भागलपुर एयरपोर्ट का जीर्णोद्धार होगा. 


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इसी के साथ बिहार में एयरपोर्ट की संख्या बढ़ जाएगी. बता दें कि प्रदेश में अभी कुल 15 एयरपोर्ट है. हालांकि, इसमें से केवल 3 एयरपोर्ट ही चालू हैं. बाकी के 12 एयरपोर्ट्स में से 6 घरेलु या क्षेत्रीय एयरपोर्ट है, 3 सैन्य एयरबेस और 3 बंद हवाई पट्टी/रनवे हैं. प्रदेश में अभी पटना, गया एयरपोर्ट और दरभंगा एयरपोर्ट से ही उड़ान सेवाएं संचालित की जाती हैं. इनमें से भी 2 प्रमुख हवाई अड्डों (पटना और गया) को अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा का दर्जा प्राप्त है. वहीं दरभंगा एयरपोर्ट से अभी केवल घरेलू हवाई उड़ानें ही संचालित होती हैं. उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बिहार के बंद पड़े और निर्माणाधीन एयरपोर्ट भी चालू हो जाएंगे. जिससे यहां के लोगों को भी उड़ान सेवा का लाभ मिल सकेगा. 


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बिहार सरकार ने पिछले साल सूबे के ऐसे 06 से अधिक एयरपोर्ट पर सुविधाएं विकसित करने का निर्णय लिया था. राज्य सरकार के नियंत्रण में जो क्षेत्रीय एयरपोर्ट हैं वे मुजफ्फरपुर, सहरसा, मुंगेर, रक्सौल, भागलपुर और बेगूसराय के एयरपोर्ट. वहीं, पटना के बिहटा, पूर्णिया व गोपालगंज के सबेया में सैन्य एयरबेस हैं. जबकि, बीरपुर, छपरा और कटिहार में हवाई पट्टी बनी हुई है. हालांकि, फिलहाल सभी चिन्हित एयरपोर्ट खाली मैदान है.